NCP Crisis: शरद पवार की बैठक पर भतीजे अजित पवार ने कहा- 'अवैध है', उद्धव गुट का दावा- जल्द मिलेगा नया सीएम | बड़ी बातें
Maharashtra Political Crisis: अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार ने गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की. इस बीच कांग्रेस और शिवसेना के दोनों गुटों की ओर से भी बयानबाजी देखने को मिली.
Maharashtra NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में उठा सियासी तूफान गहराता जा रहा है. एनसीपी (NCP) में हुई बगावत को लेकर गुरुवार (6 जुलाई) को भी बैठकों का दौर चला और दिनभर हलचल रही. चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) ने दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तो भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) ने इस बैठक पर सवाल खड़े किए. इस बीच शिवसेना (Shiv Sena) के दोनों गुटों की ओर से भी बड़े दावे किए गए. जानिए इस सियासी घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें.
1. शरद पवार गुरुवार सुबह ने दिल्ली पहुंचकर एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ली. इस बैठक में पीसी चाको, जितेंद्र आव्हाड, फौजिया खान और वंदना चव्हाण समेत 13 नेता मौजूद रहे. इस मीटिंग में शरद पवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित किया गया.
2. इस बैठक के बाद शरद पवार ने स्पष्ट किया के पार्टी के अध्यक्ष वही हैं. उन्होंने कहा कि एनसीपी का अध्यक्ष मैं ही हूं. अगर कोई खुद के अध्यक्ष होने का दावा कर रहा है तो उसमें कोई सच्चाई नहीं है. मुझे खुशी है कि जिन लोगों को निष्कासित किया, उनको छोड़कर बाकि अन्य लोग इतने कम समय में बैठक के लिए आए. जल्द ही राज्य की स्थिति बदलेगी. वहां एनसीपी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना को महाराष्ट्र की जनता फिर से चुनेगी.
3. शरद पवार के साथ बैठक में शामिल हुए पीसी चाको ने कहा कि एनसीपी कार्यसमिति ने एनडीए से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य लोगों को निष्कासित करने संबंधी फैसले को मंजूरी दे दी है. शरद पवार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे. हम किसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के दावे को गंभीरता से नहीं लेते. हमारा संगठन अभी भी एकजुट है. एनसीपी हर तीन साल पर चुनाव कराती है और लोग नियमित रूप से निर्वाचित होते हैं. पार्टी की सभी राज्य इकाइयां शरद पवार के साथ हैं.
4. एनसीपी के अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने कहा कि दिल्ली में शरद पवार की ओर से की गई पार्टी कार्यसमिति की बैठक की कोई कानूनी वैधता नहीं है. अजित पवार की ओर से एक बयान में कहा गया कि एनसीपी के निर्वाचित प्रतिनिधियों के बहुमत के साथ-साथ विभिन्न संगठनात्मक पदों पर काम करने वाले सदस्यों के भारी समर्थन से अजित पवार को 30 जून को एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना है.
5. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारे विकास के कार्य से प्रभावित होकर उन्होंने (अजित पवार गुट) पार्टी में आने का निर्णय लिया है. दिन पर दिन सरकार मजबूत होती जा रही है. आज हमारे विधायक 200 के पार हो गए हैं. हमें केंद्र सरकार का बहुत बड़ा समर्थन है. डबल इंजन की सरकार मजबूती से काम कर रही है, इसलिए विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है. अजित पवार के सरकार में शामिल होने से मेरी पार्टी में कोई भी नाराज नहीं है.
6. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में शरद पवार से मुलाकात की. शरद पवार के आवास पर हुई इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने उनके साथ एकजुटता प्रकट की. एनसीपी (शरद पवार गुट) की नेता सोनिया दूहन ने कहा कि राहुल गांधी पवार साहब से मिलने आए थे और उन्होंने कहा है कि उनका पूरा समर्थन शरद पवार के साथ है. कांग्रेस और विपक्षी की सारी पार्टी हमारे साथ खड़ी हैं.
7. महाराष्ट्र बीजेपी ने शुक्रवार को मुंबई में एमएलए-एमएलसी की बैठक बुलाई है. बैठक में सभी विधायकों और एमएलसी के शामिल होने की उम्मीद है. बैठक में हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार के बाद विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में पार्टी की रणनीति और अन्य मौजूदा मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि बीजेपी की आलोचना करने के बदले शरद पवार को आत्मनिरीक्षण कर पार्टी व परिवार की फिक्र करनी चाहिए.
8. महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना सरकार को समर्थन देने की अटकलों पर अशोक चव्हाण ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि मैं आज कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में था और मुझे नहीं पता कि कौन हमारे बारे में अफवाहें फैला रहा है. गुरुवार को महाराष्ट्र कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक हुई है. बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पाटोले, बालासाहेब थोराट, पृथ्वीराज चव्हाण सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे. दरअसल, शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय शिरसाट ने दावा किया था कि महाराष्ट्र कांग्रेस के कई विधायक पार्टी छोड़ना चाहते हैं और कांग्रेस भी विभाजित हो जाएगी.
9. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद विनायक राउत ने दावा किया कि अजित पवार के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत प्रतिद्वंदी शिवसेना के कुछ विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. एनसीपी के बागी विधायकों को मंत्री बनाए जाने के बाद से शिंदे गुट के विधायकों ने विद्रोह करना शुरू कर दिया है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने भी दावा किया कि शिंदे गुट के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं. जल्द ही महाराष्ट्र को नया सीएम मिलने वाला है.
10. एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना सरकार में मंत्री उदय सामंत ने विनायक राउत के दावे का खंडन करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे गुट के 13 में से छह विधायक उनके संपर्क में हैं. सामंत ने कहा कि हालात अब बदल चुके हैं. शिंदे गुट के कुछ विधायकों ने कहा है कि मुख्यमंत्री उनकी चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
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