Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन की सरकार पर संकट के बीच शरद पवार ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुंबई के वाई बी चव्हाण सेंटर में बैठक की. इस बैठक में शरद पवार (Sharad Pawar) ने नेताओं से कहा कि एनसीपी महाविकास अघाड़ी (MVA) के साथ है. आखिरी तक लड़ाई लड़ेंगे.
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा. उद्धव ठाकरे के पास बहुमत है. सरकार बचाने की हर कोशिश करेंगे. उन्होंने संजय राउत के बयान पर कहा कि राउत ने यही कहा है कि जो कहना है (बागी विधायकों को) मुंबई में आकर बात रखनी चाहिए. यहीं बात उद्धव ठाकरे ने भी बताई है.
दरअसल, पवार के बयान से ठीक पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों की एमवीए से अलग होने की मांग पर ‘विचार करने के लिए तैयार’ है. संजय राउत ने यह बयान उद्धव ठाकरे के साथ बैठक के बाद दिया है.
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की मांग है कि शिवसेना महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन तोड़ ले और बीजेपी के साथ सरकार बनाए. एकनाथ शिंदे करीब 45 विधायकों के साथ गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले हुए हैं.
संजय राउत के बयान पर अजित पवार ने कहा कि वो उनका अधिकार है. उन्होंने क्यों ऐसा बोला, मुझे नहीं पता. मैं जरूर उद्धव ठाकरे से पूछूंगा कि ऐसा क्यों संजय राउत ने कहा है? हम आखिर तक उद्धव के साथ खड़े रहेंगे. एनसीपी के सभी विधायक MVA को सपोर्ट कर रहे हैं, हम इससे पीछे नहीं हटने वाले हैं.
शरद पवार (Sharad Pawar) की बैठक में सभी MLA, MP और नेता मौजूद रहे. महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार में मंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि हमारी भूमिका अघाड़ी सरकार चलाने की है. सरकार टिकने कि जिम्मेदारी हम तीनों की है.
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