Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में उठा सियासी तूफान थमता नहीं दिख रहा. महाराष्ट्र की सियासत को लेकर सोमवार को भी दिनभर हलचल रही. आज मामले को लेकर जहां सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हुई तो वहीं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने भी बागियों पर बड़ा एक्शन लेते हुए एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) समेत कई मंत्रियों को उनके पद से हटाया. महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट को लेकर आज दिन भर और क्या हुआ? जानिए 10 बड़ी बातें.
- मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने असम में बैठे नौ बागी मंत्रियों के विभाग अन्य मंत्रियों को सौंप दिए. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रशासन चलाने में आसानी हो सके इस वजह से बागी मंत्रियों के विभाग अन्य मंत्रियों को सौंपे जा रहे हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र के 9 मंत्री अब तक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही खेमे में शामिल हो चुके हैं.
- एकनाथ शिंदे समेत 16 बागी विधायकों ने अयोग्यता के नोटिस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर आज सुनवाई हुई. इस मामले में कोर्ट ने महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, चीप व्हिप सुनील प्रभु, शिवसेना विधायक दल के नेता अनिल चौधरी और केंद्र को नोटिस जारी किया. सुप्रीम कोर्ट ने बागियों को बड़ी राहत देते हुए अयोग्यता नोटिस पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए दी गई समय सीमा को भी 12 जुलाई तक बढ़ा दिया. इससे पहले, उन्हें सोमवार शाम 5.30 बजे तक अपना जवाब देने के लिए कहा गया था.
- सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के कुछ देर बाद ही एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया और कहा कि ये हिंदुत्व सम्राट बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व और धर्मवीर आनंद दिघे साहब के विचारों की जीत है.
- कांग्रेस और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं ने सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. ये बैठक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कुछ देर बाद हुई. बैठक में राज्य में पैदा हुए राजनीतिक संकट पर लंबी चर्चा की गई.
- महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने शिवसेना के बागी नेताओं पर हमला बोला और बागियों से राज्य में आकर आमने-सामने बैठकर बात करने को कहा. उन्होंने कहा कि धोखा देने वाले, दगबाज लोग कभी नहीं जीतते, हमें अपनी जीत का विश्वास है क्योंकि हमें लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है. साथ ही आदित्य ने ये दावा किया कि 20 मई को, उनके पिता और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी, लेकिन शिंदे ने नाटक किया.
- मुंबई में विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फड़णवीस के घर पर बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक हुई. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और अन्य वरिष्ठ नेता इस बैठक में पहुंचे. बैठक के बाद पाटिल ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर चर्चा हुई. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी को अभी तक कोई भी ऑफर नहीं मिला. वहीं बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद ये माना गया कि शिंदे की असली शिवसेना है. हम वेट एंड वॉच की स्थिति में रहेंगे. बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक फिर से होगी.
- सूत्रों के हवाले से खबर मिली कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 22 जून को इस्तीफा देने का मन बना लिया था, लेकिन एमवीए के सहयोगियों ने उन्हें इस्तीफा नहीं देने के लिए मना लिया. 22 जून की शाम को एनसीपी चीफ शरद पवार ने सीएम से मुलाकात की थी और उन्हें इस्तीफा देने से रोका था.
- राज ठाकरे की अध्यक्षता में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना की बैठक हुई. दो दिनों से चर्चा है कि एकनाथ शिंदे गुट का मनसे के साथ विलय हो सकता है. मनसे के नेताओं ने इन चर्चाओं को आधारहीन बताया. बैठक में राज ठाकरे ने पार्टी के नेताओं के साथ मौजूदा सियासी हालत पर चर्चा की. मनसे नेता ने कहा कि हम वेट एंड वॉच की भूमिका में हैं.
- ईडी ने आज शिवसेना सांसद संजय राउत को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में समन जारी किया. राउत ने आरोप के साथ जवाब दिया कि "यह मुझे रोकने की साजिश है". वहीं शिवसेना ने समन के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा और एजेंसी के दुरुपयोग का आरोप मढ़ा.
- शिंदे गुट की तरफ से आज बड़ा दावा किया गया. बागी गुट ने कहा कि उनका समर्थन करने वाले शिवसेना विधायकों की संख्या जल्द ही 50 पार कर जाएगी. विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि हमारे साथ एक से दो और विधायक और आएंगे और उनके समर्थन व निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ ही हमारे पास 51 विधायक हो जाएंगे.
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