Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने आज (11 मई) अपना फैसला सुना दिया है. राज्य के तमाम नेताओं को इस मामले पर फैसले का बेसब्री से इंतजार था. कोर्ट के फैसले ने उद्धव गुट को बड़ा झटका दिया है तो वहीं, शिंदे गुट को राहत पहुंचाने का काम किया है. अब इन सबके बीच तमाम राजनेताओं के बयान भी सामने आना शुरू हो गए हैं. चलिए आपको बताते हैं कितने क्या कहा.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उद्धव बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि सरकार आएगी जाएगी लेकिन हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र की जनता देखे सुप्रीम कोर्ट ने भी राज्यपाल की भूमिका को संदिग्ध करार दिया है. शिंदे गुट का व्हिप गैरकानूनी है और हमारे व्हिप ने जो आदेश दिया वह कानूनी है. उस व्हिप के मुताबिक सबकी (शिंदे गुट) सदस्यता निरस्त हो जाएगी.
'संजय राउत पागल हो गए'
वहीं, संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए शिंदे गुट के शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने कहा कि संजय राउत पागल हो गए हैं और पागल आदमी पर टिप्पणी करना उचित नहीं है. उन्हें पागल आदमी जैसे बोलने दो. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. जो व्हिप नियुक्त करने का फैसला है वह राजनीतिक पार्टी ले सकती है और चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे की पार्टी को सभी हक दिए हैं इसलिए अब स्पीकर फैसला लेंगे.
"मेरी लड़ाई जनता के लिए है"
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, "इस देश में प्रजातंत्र की रक्षा करना हमारा काम है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर मैं इस्तीफा नहीं देता तो शायद मैं फिर मुख्यमंत्री बन जाता. मैं मेरे लिए नहीं लड़ रहा, मेरी लड़ाई जनता के लिए, देश के लिए है. राजनीति में मतभेद होते रहते हैं लेकिन हमारा एक मत यह है कि इस देश को बचाना है".
लोकतंत्र खत्म कर देगी बीजेपी
राजस्थान CM अशोक गहलोत ने भी महाराष्ट्र पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में 50 विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग हुई थी, उसपर करारा तमाचा लगाया है. हमें जनता के बीच जाकर बताना होगा कि बीजेपी देश से लोकतंत्र खत्म कर देगी.
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