Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) के बागिय़ों की वजह से सियासी संकट काफी गहरा गया है. एकनाथ शिंदे के बगावती सुर ने महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA Govt) को संकट में डाल दिया है. इस बीच उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) संगठन को बचाने में पूरी कोशिश के साथ जुट गए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अब सरकार से ज्यादा पार्टी को बचाने में जुटे हैं. शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन की तैयारी की जा रही है. 16 बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर (Deputy Speaker) को शिकायत की गई है. 


शिवसेना ने 16 बागी विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की मांग की है. शिवसेना के 16 बागियों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है. आज 16 बागी विधायकों को नोटिस भेजा जा सकता है. 


शिवसेना के 16 बागियों को नोटिस भेजने की तैयारी


महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच अब उद्धव ठाकरे को सरकार से ज्यादा संगठन बचाने की चिंता है. डिप्टी स्पीकर के जरिए अब एकनाथ शिंदे गुट को झटका देने की तैयारी है. 16 बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर को शिकायत की गई है. आज 16 विधायकों को नोटिस भेजा जा सकता है. बागियों से सोमवार तक जवाब मांगा जाएगा. दो तिहाई वाला फॉर्मूला कम करने के लिए बागियों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही जा रही है. दो तिहाई का आंकड़ा 37 है. एकनाथ शिंदे के पास 38 विधायक हैं, ऐसे में पार्टी टूट सकती है, इसलिए अब सदस्यता रद्द करवाने की कोशिश हो रही है. 


उद्धव ठाकरे और पवार के बीच फिर हो सकती है बैठक


महाराष्ट्र की सियासत (Maharashtra Politics) में भूचाल के बीच आज भी बैठकों का दौर जारी रहने की संभावना है. मुंबई में शिवसेना (Shiv Sena) ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एनसीपी के नेता शरद पवार के बीच शुक्रवार को बैठक हुई थी. कयास लगाए जा रहे हैं कि आज फिर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के बीच अहम बैठक हो सकती है. वहीं बागी विधायकों के तेवर पर उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की कुर्सी छोड़ने की बात दोहराई है.


ये भी पढ़ें:


Explainer: महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट हुआ तो कौन साबित कर पाएगा बहुमत, जानिए क्या बन रहे हैं समीकरण?


Agnipath Scheme: इन इलाकों से आने वाले अग्निवीरों को मिलेगी टैटू गुदवाने की छूट, ये है वजह