Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के मंगलवार (03 अक्टूबर) को कैबिनेट की मीटिंग में शामिल नहीं होने के बाद राज्य की सियासत में नया चैप्टर शुरू होता दिखाई दे रहा है. खबर है कि चाचा शरद पवार से अलग होकर बीजेपी के साथ जाने वाले अजित पवार नाराज चल रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि बीजेपी राज्य में अजित पावर को सरकार चलाने का अवसर दे सकती है. 


उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो सरकार चल रही है वह गैर-संविधानिक है और इसे तोड़फोड़ करके जबरन बनाया गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य में सरकार तो बना ली, लेकिन अब वह संकट में है. इस पर पहला संकट संवैधानिक है, जिसमें शिंदे गुट के 16 विधायकों की सदस्यता रद्द की जा सकती है. हालांकि, सरकार उन्हें बचाने में लगी है. दूसरा संकट यह है कि जोड़-तोड़ की सरकार बनाने से बीजेपी का जनाधार टूट रहा है और पार्टी को जमीन पर कोई लाभ नहीं मिल रहा है.


संजय निरुपम ने दावा किया, "हमारे पास अंदर खाने से जो उड़ती हुई खबरें आ रहीं हैं, उस हिसाब से शिवसेना तोड़ने के बाद शिंदे को जो मराठा भाषियों को वोट मिलना चाहिए था, वह उनके पास आता नहीं दिख रहा है. वहीं, अजित पवार भी नाराज दिख रहे हैं. उनका जो 'नाराजगी नाटक' चल रहा है, वह साफ दिखाई दे रहा है. संभावित तौर पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया गया था, लेकिन इसमें काफी समय लग रहा है."


'महाराष्ट्र में आ सकती है राजनीतिक अस्थिरता'
कांग्रेस नेता ने कहा, "मुझे लगता है कि आने वाले समय महाराष्ट्र में एक राजनीतिक अस्थिरता का दौर आता दिख रहा है और बीजेपी एकनाथ शिंदे को बीजेपी दूध से मक्खी की तरह निकाल कर फेंक देगी.  इसको लेकर शिंदु गुट में परेशानी शुरू हो गई है."


अजित पवार को मिल सकती है कमान
उन्होंने दावा किया, ''हो सकता है कि आने वाले समय में अपनी लोकसभा चुनाव की अपनी रणनीति के तहत इस सरकार को छोड़ दे और राष्ट्रपति शासन लगा दे या हो सकता है कि बीजेपी अजित पावर को सरकार चलाने का अवसर दे सकती है.''



नाराजगी की खबरें
महाराष्ट्र में मंगलवार को जब शिंदे कैबिनेट की बैठक हुई तो अजित पवार ने खराब सेहत का हवाला दिया और मीटिंग से दूरे रहे, लेकिन सवाल तब खड़े हो गए जब वह घर पर अपने साथी विधायकों के साथ मीटिंग की. उधर कैबिनेट बैठक के बाद सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली रवाना हो गए और उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की.


रवि राणा ने किया था दावा
बता दें कि हाल ही में निर्दलीय विधायक रवि राणा ने शरद पवार के बीजेपी के साथ जाने और अजित पवार को मुख्यमंत्री पद मिलने का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि शरद पवार को देश के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समर्थन करना चाहिए, उनके आने से हम राज्य और केंद्र में मजबूत सरकार बनाएंगे.


यह भी पढ़ें- मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, उज्जवला योजना के लाभार्थी की सब्सिडी 200 रुपये बढ़ाकर 300 की