(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: चाचा के घर भतीजा रिटर्नस! मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शरद पवार के घर क्यों पहुंचे अजित पवार?
Maharashtra: अजित पवार बगावत के बाद पहली बार एनसीपी लीडर और अपने चाचा शरद पवार के घर पहुंचे, वो यहां अपनी चाची प्रतीभा पवार से मिलने पहुंचे थे जिनकी तबीयत खराब थी.
Ajit Pawar MEETS NCP chief Sharad Pawar: महाराष्ट्र में एनसीपी की फूट के बाद अजित पवार ने पहली बार अपने चाचा शरद पवार से मुलाकात की. उपमुख्यमंत्री अजित पवार शुक्रवार रात एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उनके आवास सिल्वर ओक मुलाकात करने पहुंचे. ये बताना भी दिलचस्प होगा कि शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात मंत्रिमंडल का विस्तार करने के कुछ ही घंटों बाद हुई.
दरअसल,शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार की तबीयत खराब है. उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार को प्रतिभा पवार की सर्जरी हुई जिसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. खबरों के मुताबिक महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अपनी चाची की तबीयत का हालचाल लेने पहुंचे थे. कहा जाता है की अजित के उनकी चाची के साथ संबंध काफी अच्छे है.
छगन भुजबल ने भी कि काकी की चिंता
इससे पहले अजित खेमे के छगन भुजबल ने प्रतिभा पवार के बारे में चिंता व्यक्त की थी.उन्होंनें कहा कि,मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं और पार्टी के कार्यकर्ताओं से उनके कल्याण की कामना करने का आग्रह भी करूंगा.एनसीपी नेताओं के बीच काकी के नाम से जाने जाने वाली प्रतिभा पवार पार्टी में मातृ फिगर के रुप में उपस्थित रहती है, हालांकि उन्हें राजनीति में कभी एक्टीव नहीं देखा गया है.
अजित पवार का अचानक अपने चाचा के घर जाने की तस्वीर भले ही साफ नहीं हैं. लेकिन इसके राजनीतिक हलकों में अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं. अजित पवार 2 जुलाई को अपने चाचा शरद पवार की एनसीपी पार्टी छोड़कर 18 विधायकों के साथ शिंदे गुट में शामिल हुए थे.
अजित पवार को मिला वित्त मंत्रालय
शुक्रवार को एनसीपी के 9 मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया. इस मंत्रिमंडल विस्तार में एनसीपी की झोली में कुल 7 मंत्रालय - वित्त, योजना, को-ऑपरेटिव, कृषि विभाग, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, महिला और बाल विकास विभाग, राहत और पुनर्वास और चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय आए हैं. डिप्टी सीएम अजित पवार ने खुद के लिए वित्त और योजना विभाग रखा है वहीं छगन भुजबल को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग सौंपा गया है. महाराष्ट्र की राजनीति में योजना विभाग काफी महत्वपूर्ण मंत्रालय माना जाता है.