Maharashtra News: महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ बीजेपी और महा विकास अघाड़ी का आज आमना सामना होगा. दोनों पार्टियां अलग अलग मुद्दे पर सड़क पर उतरेंगी. दोनों ने इस बात को लेकर पहले ही एलान कर दिया है. महा विकास अघाड़ी ने एक ओर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालने का फैसला किया है तो सत्तारूढ़ बीजेपी ने महा विकास अघाड़ी पर हिंदू देवी-देवताओं पर अपमान का आरोप लगाते हुए माफी मांगने के लिए विरोध मार्च का ऐलान किया है. 


शनिवार को होने वाले प्रदर्शन के बारे में मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने बताया कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने अंबेडकर की जन्मभूमि पर विवाद पैदा करने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने कहा कि एक अन्य नेता सुषमा अंधारे ने भगवान राम, भगवान कृष्ण, संत ज्ञानेश्वर और संत एकनाथ के साथ-साथ वारकरी समुदाय का 'अपमान' किया.


शिवसेना ने हिंदू देवताओं का अपमान किया


उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेताओं द्वारा हिंदू देवताओं का अपमान किया है और हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है. लेकिन इन सबके बावजूद उद्धव ठाकरे अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं है. उन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. राउत झूठा बयान देकर अंबेडकर के जन्मस्थान को लेकर विवाद पैदा किया है. कांग्रेस ने ही डॉ. बीआर अंबेडकर को चुनाव हरवाने का काम किया था और उसी कांग्रेस से मिलकर उद्धव ठाकरे ने सरकार बनाया. ठाकरे, मुंबई में सभी छह लोकसभा क्षेत्रों में माफी मांगें. इसके लिए माफी मांगो मार्च का आयोजन किया गया है. 


MVA नेताओं का क्या कहना है ? 


उधर, एमवीए ने अपने विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए कहा, 'बीजेपी सरकार, हमारे ऐलान से डर गई है.' महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी एमवीए के निर्धारित विरोध मार्च से डर गई है क्योंकि यह लोगों के सरकार के प्रति अपने विरोध को सामने लाएगा. बीजेपी का विरोध मार्च हास्यास्पद है.


महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस, जो एमवीए में भागीदार हैं. इन्होंने पहले ही एलान किया है कि वे शनिवार को शहर में महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन निकालेंगे.


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