Maharashtra Politics: मुंबई के साकीनाका रेप केस के बाद से महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इसको लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने पुलिस के साथ बैठक की. बैठक में सीएम उद्धव ने परप्रांतीय लोगों का ब्योरा मांगा है. इसके अलावा सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र में आने जाने वालों का रजिस्ट्रेशन होना चाहिए. अब सीएम के इस बयान को लेकर बीजेपी हमलावर है. बीजेपी विधायक अतुल भातकालकर ने कहा कि वो सीएम उद्धव के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे.
सीएम के बयान पर अतुल भातकालकर ने कहा, "रेप करने वालों की ना कोई जात होती है, ना कोई धर्म होता है और ना ही कोई प्रांत होता है. ऐसे में परप्रांतीय महाराष्ट्र में आकर रेप करते हैं, ऐसा कहना सरासर गलत है और दो समाज को तोड़ने वाला वक्तव्य है. इसलिए सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ आज समता नगर पुलिस स्टेशन में जाकर धारा 153 A के तहत हम मामला दर्ज कराएंगे."
विधायक अतुल भातकालकर ने सवाल पूछा है उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल में शामिल धनंजय मुंडे कौन हैं ? उन पर क्या आरोप हैं. एक महिला उनके खिलाफ शिकायत कराने पुलिस स्टेशन गई तो उन्हें ही दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. पूर्व मंत्री संजय राठौड़ पर आरोप है. ये लोग क्या परप्रांतीय हैं. इसलिए सीएम को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए.
उन्होंने कहा, "यही उद्धव ठाकरे थे जो कहते थे कि रोहिंग्या मुस्लिम क्या करते हैं? बांग्लादेशी मुस्लिम क्या करते हैं? सोनिया गांधी के साथ सरकार बनाने के बाद अब उद्धव ठाकरे को रोहिंग्या मुसलमान और बांग्लादेशी मुसलमानों की याद नहीं आ रही है, जबकि वह देश के नागरिक भी नहीं हैं कि उनका रजिस्ट्रेशन होना चाहिए, लेकिन अभी मराठी लोगों को खुश करने के लिए और अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह का बयान मुख्यमंत्री की ओर से दिया जा रहा है."
दरअसल दूसरे राज्यों से महाराष्ट्र में आने वाले कई लोगो का नाम अलग अलग आरोपो में सामने आया है, जिसके बाद सीएम ने गृह विभाग के साथ हुई बैठक में ब्योरा रखने का आदेश दिया है.
आपको बता दें कि एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे भी बाहरियों के एंट्री एग्जिट पर ब्योरा रखने की मांग कर चुके हैं.
'आप काले कोट में हैं, इसका मतलब यह नहीं कि आपकी जान ज्यादा कीमती है' -सुप्रीम कोर्ट