Maharashtra: क्या महाविकास अघाडी (MVA) को छोड़ उद्धव ठाकरे दुबारा बीजेपी (BJP) के साथ गठबंधन करना चाहते थे? शिवसेना सांसद राहुल शेवाले (Rahul Shewale) के मुताबिक, पिछले साल इस बारे में खुद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी और गठबंधन पर चर्चा की थी. लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) में बीजेपी विधायकों को सस्पेंड करने के चलते बीजेपी नाराज हो गई और आगे बात नहीं बन सकी. इसके बाद खुद उद्धव ठाकरे ने अपने सांसदों से कहा कि वो तैयार हैं लेकिन सांसद कोशिश करें.
महाराष्ट्र विधानसभा के बाद अब संसद में भी बंट गई शिवसेना
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे गुट के सांसद राहुल शिवाले को शिवसेना के 12 सांसदों ने संसद में पार्टी नेता चुना और इस बारे में बकायदा स्पीकर को चिट्ठी भी दी. खुद एकनाथ शिंदे इस दौरान दिल्ली में थे और इसके बाद उन्होंने राहुल शिवाले से मुलाकात की. इस दौरान राहुल शिवाले ने साफ कहा कि वो शिवसेना में है और पार्टी के 12 सांसदों की सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है. वहीं उन्होंने एकनाथ शिंदे के फैसले को समर्थन भी दिया है. इस दौरान ने ये भी कहा की खुद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी चाहते थे कि बीजेपी से गठबंधन हो.
एबीपी न्यूज से क्या बोले थे राहुल शिवाले?
राहुल शिवाले ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा था कि पिछले साल जून में उद्धव ठाकरे ने खुद पीएम मोदी से मुलाकात कर गठबंधन की इच्छा जाहिर की थी और करने वाले थे. लेकिन जुलाई में महाराष्ट्र विधानसभा में 12 विधायकों पर कारवाई से बीजेपी के वरिष्ठ नेता नाराज हो गए और गठबंधन नहीं हुआ.
उद्धव ठाकरे ने मोदी जी से बात की थी और पॉजिटिव बात हुई थी लेकिन शिवसेना की तरफ से जो पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिलना चाहिए था वो नहीं मिलने की वजह से बीजेपी के नेता नाराज हो गये थे. जब जून में उद्धव ठाकरे ने बात की थी उसके बाद 12 विधायकों पर कार्रवाई की उसे बीजेपी के नेता नाराज हुए और उसकी वजह से गठबंधन नहीं हुआ.
क्या बीजेपी से गठबंधन को तैयार थे उद्धव?
उद्धव ठाकरे ने जब सांसदों से ये बात कही तो उद्धव तैयार थे. उन्होंने कहा कि उनके प्रयास वो कर चुके है और अगर वो करना चाहते हैं तो वो कर सकते हैं. जब बात सामने आई तो हमने उद्धव ठाकरे से कहा की फिर गठबंधन के लिए चर्चा करते है तो उन्होंने कहा मेरी तरफ से मैंने प्रयास किया अभी आप प्रयास करो. तो उन प्रयास के माध्यम से आज हमने ये फैसला किया. वो चाहते थे इसलिए हमने ये फैसला लिया.
सांसद राहुल शिवाले के मुताबिक शिवसेना सांसदों ने कई बार उद्धव ठाकरे से एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर शिकायत की थी. वहीं इसे उनके राजनीति को नुकसान हो रहा है ये तक बताया था जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने गठबंधन की बात कही थी.
शिवसेना के पास हैं कितने सांसद?
शिवसेना के सांसद में 19 सांसद है जिसमे से 12 एकनाथ शिंदे के साथ आए और राहुल शिवाले को नेता चुना है. राहुल शिवाले के मुताबिक उन्हें इसलिए सांसद में पार्टी का नेता 12 सांसदों ने चुना है क्योंकि वो विनायक राउत के काम से खुश नहीं थे. इसलिए ये फैसला लिया गया था.
हमारे जितने सांसद थे सब विनायक राउत से नाराज़ थे उन्होंने निर्णय लिया की सर्वसमति से मुझे ग्रुप लीडर नियुक्त किया जाए और उन्होंने किया. पार्टी के इंटरनल प्रोसेस के तहत किया. बाकी को भी कहा था, लेकिन वो ग्रुप के नेता से खुश होंगे लेकिन हम नाराज थे इसलिए ये फैसला किया.
एमवीए पर क्या असर डालेगा शिवाले का बयान?
उथल-पुथल मचा सकता शिवसेना (Shiv Sena) में मची उठा-पटक के बीच राहुल शिवाले (Rahul Shivale) का ये बयान महाविकास अघाड़ी (MVA) में भी उथल पुथल मचा सकता है. क्योंकि पिछले साल उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पीएम मोदी (PM Modi) से मिले थे और कुछ वक्त अकेले मुलाकात की थी.