Maharashtra Politics: विज्ञापन पर सियासत, सीएम एकनाथ शिंदे ने दी सफाई, देवेंद्र फडणवीस ने भी गठबंधन को लेकर कही बड़ी बात | 10 प्वाइंट्स
Shiv Sena Advertisement: शिवसेना की ओर से दिए गए विज्ञापन के बाद महाराष्ट्र में सियासी सरगर्मी तेज हो गई. मामला बढ़ने पर डैमेज कंट्रोल के लिए एक और विज्ञापन दिया गया.
Maharashtra Shiv Sena Ad Row: महाराष्ट्र की राजनीति में एक विज्ञापन के बाद हलचल मच गई है. शिंदे गुट की तरफ से दिए गए इस विज्ञापन के बाद राजनीतिक गलियारों में गठबंधन सरकार को लेकर तरह-तरह अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं. मुख्मयंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इस मामले पर अपनी तरफ से सफाई भी दी. दोनों ही दल अब डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं. जानिए इस सियासी घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें.
1. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मंगलवार (13 जून) को एक सर्वे का हवाला देते हुए एक विज्ञापन प्रकाशित किया. जिसमें एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी नेता और राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तुलना में ज्यादा लोगों की पसंद बताया गया. अलग-अलग समाचार पत्रों में विज्ञापन जारी किया गया जिसका टाइटल था, 'राष्ट्र में मोदी, महाराष्ट्र में शिंदे सरकार.'
2. विज्ञापन में कहा गया था कि सीएम पद के लिए हुए एक सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र के 26.1 प्रतिशत लोग एकनाथ शिंदे को और 23.2 प्रतिशत लोग देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं. विज्ञापन में प्रस्तुत आंकड़े और दावे 'जी टीवी-मेट्राइज' सर्वे के हवाले से दिए गए हैं.
3. इस विज्ञापन के बाद राज्य में सियासी सरगर्मी बढ़ गई. हालांकि मुख्यमंत्री शिंदे ने ये कहते हुए इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया कि वह और फडणवीस दोनों लोगों के मन में हैं और मिलकर काम कर रहे हैं. इस विज्ञापन में शिवसेना का धनुष-बाण चिह्न, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एकनाथ शिंदे की फोटो लगी थी, लेकिन फडणवीस की फोटो नहीं थी. साथ ही विज्ञापन में शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की फोटो भी नहीं थी.
4. एकनाथ शिंदे और पीएम मोदी की फोटो वाला विज्ञापन देने के बाद बुधवार को फिर एक विज्ञापन और दिया गया. इस बार शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस की भी फोटो लगाई गई. एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (15 जून) को पालघर में कहा कि देवेंद्र फडणवीस एक विधायक थे और मैं एक विधायक था तब से हम दोस्त हैं. ये फेविकोल का जोड़ है, ये दोस्ती नहीं टूटेगी चाहे आप कितनी भी कोशिश कर लें. कोई कहता है जय वीरू की जोड़ी है, लेकिन यह जोड़ी एक गठबंधन है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग जो स्वार्थ के लिए एक साथ आए थे लोगों ने उनसे किनारा कर लिया.
5. शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार पीएम मोदी के मार्गदर्शन में काम कर रही है और केंद्र ने मुंबई और राज्य में अन्य जगहों पर बुनियादी ढांचे के काम के लिए भारी धनराशि आवंटित की है. राज्य भर में प्रगति जोरों पर है. इसलिए लोगों ने हम पर प्यार और आशीर्वाद बरसाया है. मुझे और उप मुख्यमंत्री को सकारात्मक रेटिंग दी गई है. हम दोनों राज्य का नेतृत्व कर रहे हैं और इसे आगे ले जा रहे हैं.
6. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र देवेंद्र जी के नेतृत्व में विदेशी निवेश में नंबर वन था, अब फिर नंबर वन हो गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में महाराष्ट्र फिर से नंबर एक बन गया है. साथ ही, एकनाथ शिंदे ने पंचामृत बजट पेश करने के लिए फडणवीस की प्रशंसा की. पालघर में आज सरकार की घर-घर योजना का कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
7. इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक ही हेलीकॉप्टर से पालघर गए थे. विज्ञापन विवाद के बाद आज पहली बार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री एक ही मंच पर आए थे. विज्ञापन विवाद पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी पहली बार बयान दिया और कहा कि ये सरकार इतनी कमजोर नहीं है कि एक विज्ञापन से कुछ हो जाएगा, हम 25 साल साथ थे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इतनी मूर्ख नहीं है कि किसी विज्ञापन से या किसी के कहने से कुछ हो जाए. ये सरकार तब तक काम करती रहेगी जब तक आम लोगों का काम नहीं होता.
8. इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना लंबे समय तक काम करती है, कभी-कभी मनमुटाव होता है, इसके लिए ये नहीं कहा जा सकता कि इससे गठबंधन टूट जाएगा. विज्ञापन को लेकर जो बात सामने आई थी उसे सुधार लिया गया है, कभी मनमुटाव होता है तो कभी दो भाइयों में मतभेद होता है, लेकिन हम साथ काम करते हैं. शिंदे साहब का दिल बड़ा है, वो कोई छोटी सोच के नेता नहीं हैं, उनके कुछ नेताओं ने कुछ विज्ञापन डाले थे, लेकिन अब बात सही है.
9. इस विज्ञापन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के नेताओं के बीच बयानबाजी भी हुई है. महाराष्ट्र से बीजेपी सांसद अनिल बोंदे ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिंदे पर निशाना साधा और कहा कि मेंढक कितना भी मोटा हो जाए हाथी नहीं बन सकता है. उनके (शिंदे) सलाहकार संभवत: उन्हें गलत सलाह दे रहे हैं. उद्धव ठाकरे सोचते थे कि मुंबई ही पूरा महाराष्ट्र है. अब शिंदे सोचते हैं कि ठाणे ही पूरा महाराष्ट्र है.
10. वहीं शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे जिस तरह से काम कर रहे हैं और उनकी तुलना मेंढक के साथ करना या यह कहना कि वह सिर्फ ठाणे तक ही सीमित हैं. किसकी मदद से आप (बीजेपी) महाराष्ट्र में फूले-फले? आप बाला साहेब की मदद से आगे बढ़े. महाराष्ट्र में आपकी जगह क्या है.
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