महाराष्ट्र: नेवी के पूर्व अधिकारी ने सोशल मीडिया पर एक कार्टून पोस्ट किया जिसके बाद शिव सैनिकों का उस अधिकारी पर गुस्सा फूट पड़ा. शिव सैनिकों ने मदन शर्मा नामक इस नेवी के रिटायर्ड अधिकारी के साथ मारपीट की. पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन उन सभी की जमानत हो गई.
शिवसेना के विरोध में विरोधी राजनीतिक पार्टियों ने भी राजनीति शुरू कर दी है. उनका आरोप है कि पुलिस ने यह कार्रवाई महाराष्ट्र सरकार के दबाव में की है. नेवी के पूर्व अधिकारी को न्याय नहीं मिला उसे न्याय मिलना चाहिए. इसी मसले को लेकर मुंबई में राजनीति चल रही है. बीजेपी ने इस मामले को लेकर अपनी रोटी सेकते हुए शनिवार को मदन शर्मा के घर वालों से मुलाकात की. पुलिस स्टेशन और मदन शर्मा के घर पर बीजेपी नेताओं का जमावड़ा रहा और मदन शर्मा को न्याय दिलाने की मांग होती रही.
आरपीआई पार्टी के प्रमुख केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले भी पीड़ित नेवी अधिकारी के घर पहुंचे और उन्हें न्याय दिलाने की सांत्वना दी. आज आरपीआई पार्टी के कार्यकर्ता कांदिवली के समता नगर पुलिस स्टेशन पर ही मोर्चा लेकर पहुंच गए और मांग की कि पुलिस वालों ने मदन शर्मा के आरोपियों को पुलिस स्टेशन के अंदर ही जमानत दे दी.
उन्हें इस पर फिर से कार्रवाई करनी चाहिए. शिवसेना के उन गुंडों को गिरफ्तार करना चाहिए और नेवी के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा को न्याय मिलना चाहिए. आपकों बता दें, कि इस मामले पर महाराष्ट्र सरकार से लगातार लड़ रही कंगना रनौत ने भी आवाज उठाई. नेवी के कर्मचारी यूनियन ने भी सरकार से गुहार गुहार लगाई कि मदन शर्मा को न्याय मिलना चाहिए.
लेकिन आपकों बता दें, रविवार के दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने टीवी पर बात की लेकिन एक रिटायर्ड नेवी ऑफिसर के साथ शिव सैनिकों के की गई मारपीट के मुद्दे पर कुछ नहीं बोले. संदेश साफ है शिवसैनिक चाहे गुंडागर्दी करें या फिर कुछ और महाराष्ट्र सरकार को उसे पूरा सहयोग है.
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