Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में कल उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब नई सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक अगले 48 घंटे में महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जा सकती है. इस रेस में बीजेपी (BJP) के देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का नाम सबसे आगे चल रहा है. वहीं एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को डिप्टी सीएम बनाए जाने की भी चर्चा है.
एकनाथ शिंदे अपने बागी समर्थक विधायकों के साथ फिलहाल गोवा में हैं. मीडिया रिपोर्टस् की मानें तो शिंदे 49 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर गोवा से मुंबई के लिए रवाना हो चुके हैं. वो आज शाम तक मुंबई पहुंच जाएंगे. जानकारी के मुताबिक नई सरकार में शिवसेना के 12 विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा. वहीं तीन निर्दलीय विधायकों को बाद में बीजेपी या एकनाथ शिंदे गुट के कोटे से मंत्री बनाया जाएगा.
राजनीतिक घटनाक्रम के बीच यह जानना बड़ा ही रोचक होगा कि आखिर एक महीने पहले तक महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार, जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी समेत कुल 169 विधायकों का समर्थन हासिल था, कैसे मुश्किल में आ गई. महाराष्ट्र में संभावित सत्ता परिवर्तन को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. बागी विधायकों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बीजेपी को समर्थन देने की शर्त रखी. शिवसेना से बगावत की इस पूरी कहानी के सूत्रधार एकनाथ शिंदे रहे.
सबसे पहले आपको ये बताते हैं कि 288 विधानसभा सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में किस दल के पास कितनी सीटें हैं. वहीं राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 145 है.
किस दल के पास कितने विधायक
बीजेपी - 106
शिवसेना - 56
एनसीपी - 53
कांग्रेस - 44
अन्य - 15
निर्दलीय - 13
खाली - 1
महा विका अघाड़ी गठबंधन
शिवसेना 56
रांकपा 53
कांग्रेस 44
बहुजन विकास अगाड़ी 03
समाजवादी पार्टी 02
प्रहर जनशक्ति पार्टी 02
पीडब्ल्यूपीआई 01
निर्दलीय 08
अब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार मुश्किल में घिरती दिख रही है. विधानसभा में MVA के पास कुल मिलाकार 169 विधायक हैं, लेकिन अगर शिवसेना से अलग हुए 35 विधायक और 7 निर्दलीय विधायक बीजेपी के साथ चले जाते हैं तो एमवीए गठबंधन के पास केवल 127 विधायक ही बचते हैं. लिहाजा इस हालात में उद्धव ठाकरे सरकार गिर जाएगी.
मौजूदा विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है. उसके पास 106 विधायक हैं. इसके इलावा NDA में शामिल दलों के पास कुल 113 सीटें हैं.
बीजेपी 106
आरएसपी 01
जेएसएस 01
निर्दलीय 05
ऐसे हालात में केवल बीजेपी ही एक मात्रा पार्टी है जिसके जो शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर आसानी से महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन कर सकती है. महाराष्ट्र में एनडीए के कुल विधायकों की संख्या 113 है. अगर शिवसेना के 35 बागी और 7 निर्दलीय विधायक बीजेपी की ओर आ जाते हैं तो उनके पास कुल नंबर 155 तक पहुंच जाता है, जो बहुमत से से भी 10 ज्यादा है.
कैसे बदले राजीनितक समीकरण?
महाराष्ट्र में सियासी हलचल की शुरूआत राज्यसभा चुनावों के साथ शुरू हुई. राज्यसभा चुनावों में 113 विधायकों के समर्थन वाली बीजेपी को 123 वोट पड़े थे. वहीं विधान परिषद चुनाव में भी बीजेपी को 134 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ. जिसके कारण बीजेपी के पांचों उम्मीदवार जीत हासिल करने में कामयाब रहे. वहीं इसके विपरीत शिवसेना को अपने 55 विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बावजूद केवल 52 वोट पड़े. उसी दिन से महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी थी.
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