Maharashtra: राज्यपाल के गुजराती-राजस्थानी वाले बयान पर बवाल, जयराम रमेश बोले - कोश्यारी में नहीं होशियारी, उद्धव और राज ठाकरे भी भड़के
Marathi-Gujarati Row: कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान की कड़ी निंदा की है. वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और MNS नेता राज ठाकरे ने भी हमला बोला.
![Maharashtra: राज्यपाल के गुजराती-राजस्थानी वाले बयान पर बवाल, जयराम रमेश बोले - कोश्यारी में नहीं होशियारी, उद्धव और राज ठाकरे भी भड़के Maharashtra Politics Jairam Ramesh Uddhav Thackeray Raj Thackeray attacked on Bhagat Singh Koshyari Maharashtra: राज्यपाल के गुजराती-राजस्थानी वाले बयान पर बवाल, जयराम रमेश बोले - कोश्यारी में नहीं होशियारी, उद्धव और राज ठाकरे भी भड़के](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/30/3b5b13a9ee0d0b420c7e10a2890094eb1659172862_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर से हलचल बढ़ गई है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के गुजराती-राजस्थानी वाले बयान पर संग्राम छिड़ गया है. राज्यपाल के बयान को लेकर उनका विरोध किया जा रहा है. शिवसेना (Shiv Sena) और कांग्रेस (Congress) ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस मसले पर घेरते हुए इसे महाराष्ट्र की जनता का अपमान बताया है. इस बीच मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर ने भी राज्यपाल पर हमला बोला है. वहीं, बीजेपी नेता आशीष शेलार (Ashish Shelar) ने भी राज्यपाल के बयान से असहमति जताई है.
कांग्रेस नेता और सांसद जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान की कड़ी निंदा की है. वहीं, शिवसेना के नेता संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने भी हमला बोला है. राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी समर्थित मुख्यमंत्री होते हुए भी मराठी और छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान हुआ है.
जयराम रमेश ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपने बयान को लेकर घिरते जा रहे हैं. कांग्रेस नेता और सांसद जयराम रमेश ने राज्यपाल के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि “इनका नाम ‘कोश्यारी’ है, लेकिन एक राज्यपाल के तौर पर वो जो बोलते हैं और करते हैं उसमें थोड़ी भी ‘होशियारी’ नहीं होती. ये कुर्सी पर सिर्फ इसलिए बैठे हैं क्योंकि ‘हम दो’ के आदेश का निष्ठा पूर्वक पालन करते हैं.
इनका नाम 'कोश्यारी' है। लेकिन एक गवर्नर के तौर पर जो बोलते हैं और करते हैं उसमें थोड़ी भी 'होशियारी' नहीं होती। ये कुर्सी पर सिर्फ इसलिए बैठे हैं क्योंकि 'हम दो' के आदेश का निष्ठा पूर्वक पालन करते हैं।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 30, 2022
pic.twitter.com/kBHMNelgxu
उद्धव ठाकरे ने मराठियों का अपमान बताया
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल के बयान पर हमला बोलते हुए इसे मराठियों का अपमान करार दिया. ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल के बयान से हर मराठी मानुष की भावनाओं को ठेस पहुंची है. मुंबई और ठाणे में निगम चुनाव होने जा रहे हैं और कोश्यारी राज्यपाल की कुर्सी पर बैठे हैं. वो समुदायों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सवाल के लहजे में कहा कि आखिर उन्हें घर कब वापस भेजा जा रहा है? भगत सिंह कोश्यारी के इस बयान पर संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी समर्थित मुख्यमंत्री होते हुए मराठी और छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान हुआ है.
राज ठाकरे क्या बोले?
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान पर एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे भी भड़क गए हैं. उन्होंने राज्यपाल के बयान को लेकर कड़ा विरोध जताया है. उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि मराठी आदमी को मूर्ख मत बनाओ. उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल को इतिहास पढ़ने की भी सलाह दी. राज ठाकरे ने साफ तौर से कहा कि राज्यपाल अगर महाराष्ट्र के इतिहास के बारे में नहीं जानते हैं तो इस पर वो बात ही क्यों करते हैं?
बीजेपी ने भी जताई बयान से असहमति
शिवसेना, कांग्रेस, एमएनएस और NCP के बाद अब बीजेपी नेता आशीष शेलार ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान को लेकर असहमति जताई है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "माननीय राज्यपाल के बयान से हम सहमत नहीं हैं. महाराष्ट्र और मराठी लोगों की मेहनत, पसीने और शहादत के साथ खड़े हैं. ऐसा हमारा गौरवशाली इतिहास कहता है''. आशीष शेलार के अलावा कई और नेताओं ने भी राज्यपाल के बयान से असहमति जताई.
मुंबई की पूर्व मेयर ने क्या कहा?
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के बयान को लेकर कई नेता विरोध जाता रहे है. इस बीच मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि जब से वह आए हैं तब से काफी चर्चा में हैं. उन्हे काफी तजुर्बा भी है, लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra) में आते ही वह एक पक्ष के कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं. उनका काम काज महाराष्ट्र के हित के लिए होना चाहिए, मुंबई के हित के लिए होना चाहिए. बार बार महाराष्ट्र के लोगों का अपमान करना सही नहीं है.
ये भी पढ़ें:
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)