Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में बीजेपी और एकनाथ शिंदे की सरकार के साथ अब एनसीपी का अजित पवार गुट भी जुड़ चुका है. तीनों दलों के मंत्री अब सरकार में शामिल हैं. इसी बीच आने वाले चुनावों से पहले पावर शेयरिंग पर चर्चा शुरू हो गई है. सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में अजित पवार के खेमे वाली एनसीपी ने 13 से 15 सीटों की मांग की है. इसे लेकर बीजेपी और अजित पवार के बीच बातचीत हुई है. हालांकि अब तक कोई भी फॉर्मूला तय नहीं हुआ है. 


सीट शेयरिंग को लेकर बात
सूत्रों ने बताया कि अजित पवार ने बीजेपी के साथ सरकार बनाने से लेकर तमाम मुद्दों पर बातचीत की, जिसके बाद ही फैसला लिया गया. इसमें लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत हुई थी, आने वाले कुछ महीनों में इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है. हालांकि इस बीच शिंदे गुट वाली शिवसेना को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, सवाल है कि शिवसेना को कितनी सीटें मिल पाएंगीं. पिछले लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं एनसीपी को 2019 में चार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी. महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. 


महाराष्ट्र में पावर गेम शुरू
महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के बागी विधायक भले ही बीजेपी के साथ सत्ता में शामिल हों, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे महाराष्ट्र में पावर गेम भी शुरू हो रहा है. बताया जा रहा है कि आने वाले वक्त में शिंदे गुट और अजित पवार गुट में जंग शुरू हो सकती है. पहले ही शिंदे धड़ा अजित पवार की एंट्री से असहज महसूस कर रहा है. वहीं जब सीट शेयरिंग की बात सामने आएगी तो ये देखना दिलचस्प रहेगा कि शिंदे गुट को कितनी सीटें मिलती हैं. क्योंकि महाराष्ट्र की राजनीति को करीबी से जानने वालों का कहना है कि अब अजित पवार का पलड़ा भारी है. यानी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री होने के बावजूद पावर गेम में पिछड़ सकते हैं.