Sharad Pawar On Renaming Aurangabad And Osmanabad: महाराष्ट्र में औरंगाबाद (Aurangabad) और उस्मानाबाद (Osmanabad) का नाम बदले जाने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने चौंकाने वाला बयान दिया है. पवार ने कहा है कि उन्हें उद्धव ठाकरे द्वारा नाम बदले जाने को लेकर फैसला लिए जाने के बाद जानकारी मिली. उन्होंने कहा, ''नाम बदला जाना महा विकास अघाड़ी के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का हिस्सा नहीं था.''
बता दें कि 29 जून उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे से कुछ घंटे पहले ही औरंगाबाद शहर का नाम 'संभाजीनगर' रखने की स्वीकृति दी थी. उस्मानाबाद शहर का नाम 'धाराशिव' कर दिया गया था. तब सूत्रों ने बताया था कि इस फैसले पर गठबंधन में शामिल कई नेताओं ने नाराजगी जताई.
हालांकि कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य के नाम संबोधन में ठाकरे ने कहा था कि गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी ने मंत्रिमंडल की आखिरी बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने के फैसले का विरोध नहीं किया.
उद्धव ठाकरे ने यह फैसला ऐसे समय में लिया जब एकनाथ शिंदे ने खुले तौर पर उनपर हिंदुत्व के एजेंडे को छोड़ने के आरोप लगाए. साथ ही शिंदे गुट ने कहा कि ठाकरे अपने विधायकों की कम कांग्रेस-एनसीपी की बात ज्यादा सुन रहे हैं.