Maharashtra Politics: सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आया अजित पवार का पहला बयान, एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग पर बताया रुख
Ajit Pawar On Uddhav Thackeray Demand: उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार (12 मई) को नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का इस्तीफे की मांग की. इस पर अजित पवार ने अपना पक्ष रखा है.
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Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना और सत्ता के संघर्ष को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. अदालत के फैसले के बाद शुक्रवार (12 मई) को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की. ताजा घटनाक्रम में इसी मामले पर एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा है कि एकनाथ शिंदे का इस्तीफा मांगना ठीक नहीं है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, “नैतिकता के आधार पर मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग करने की कोई जरूरत ही नहीं है. हम जानते हैं वो अपने सपने में भी इस्तीफा नहीं देंगे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा लोगों में जमीन आसमान का फर्क है.” एनसीपी नेता ने आगे कहा, “जुलाई के महीने में अगला विधानसभा का सत्र होने वाला है. हम अपने अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे कि इस मुद्दे पर क्या कर सकते हैं.”
‘...तो अयोग्य हो जाते विधायक’
उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस नेता नाना पटोले ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से परामर्श किए बिना ही स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया था और अगर तुरंत एक अध्यक्ष चुन लिया जाता तो शिंदे खेमे के 16 विधायक अयोग्य घोषित हो जाते.
पूरी बात रखते हुए अजित पवार ने कहा, “हमारे अध्यक्ष ने हमारे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूछे बिना इस्तीफा दे दिया था. ऐसा नहीं होना चाहिए था. जब उन्होंने इस्तीफा दिया था, तब भी हम तुरंत एक नया अध्यक्ष चुन सकते थे. अगर हमारे पास हमारा अध्यक्ष होता, तो उन 16 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया जाता.”
एमवीए ने की शिंदे के इस्तीफे की मांग
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महा विकास अघाड़ी गठबंधन के घटक दलों ने कहा था कि शिंदे सरकार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा था कि महाराष्ट्र में शिंदे सरकार "अवैध और संविधान के खिलाफ बनाई गई है." वहीं उद्धव ठाकरे ने भी उनके इस्तीफे की मांग की.
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
वहीं, मुख्यमंत्री शिंदे ने गुरुवार को कहा कि पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उस समय की स्थिति के अनुसार काम किया था. उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “मैं इस बारे में बात नहीं करूंगा कि सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बारे में क्या कहा, लेकिन मैं यह कहूंगा कि उन्होंने उस समय की स्थिति के अनुसार काम किया.”
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