Maharashtra Politics: छगन भुजबल का संजय राउत को संदेश- जिसे जाना है जाए, एक पार्टी भी चला सकती है सरकार
Maharashtra: छगन भुजबल ने संजय राउत के बयान को लेकर कहा कि जिसे गठबंधन से बाहर जाना हो वो कैसे न कैसे बाहर चला ही जाएगा.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में हर पल नाय मोड़ देखने को मिल रहा है. शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के नाराज विधायकों को मनाने के लिए महा विकास अघाडी गठबंधन (MVA) से अलग होने के बयान पर एनसीपी (NCP) की ओर से प्रतिक्रिया आई है. एनसीपी नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने कहा कि अगर कुछ लोग महा विकास अघाडी से बाहर जाना चाहते हैं तो वो बाहर जाने का कोई न कोई रास्ता खोज लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार एक पार्टी द्वारा भी चलाई जा सकती है. पार्टी के भीतर आंतरिक मतभेद हो सकते हैं. महा विकास अघाडी गठबंधन में तो तीन अलग-अलग पार्टियां शामिल हैं. जिनमें किसी बात को लेकर मनमुटाव हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार को गिरा दिया जाए.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मचा सियासी घमासान शिवसेना के लिए नाक का सबब बनता जा रहा है. एक तरफ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे झुकने के लिये तैयार नहीं हैं वहीं दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे के तेवर जस के तस बने हुए हैं. इस बीच संजय राउत के एक बयान जिसमें उन्होंने MVA गठबंधन से अलग होने की बात कही ने महाराष्ट्र की सियासत में मोड़ ला दिया है. संजय राउत ने अपने बयान में कहा कि शिवसेना विधायकों को गुवाहाटी से संदेश नहीं देना चाहिए. उन्हें मुंबई आकर सीएम से चर्चा करनी चाहिए. अगर सभी विधायक चाहते हैं कि हम MVA गठबंधन से बाहर आ जाएं तो इसपर भी बातचीत होगी. उन्होंने कहा कि अगर विधायकों को लग रहा कि उनको एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है तो बैठकर चर्चा करें. हम सत्ता को छोड़ने के लिए तैयार हैं.
एकनाथ शिंदे बीजेपी के साथ सरकार बनाने के पक्ष में
आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे इस घटना के शुरुआत से ही इस बात की मांग कर रहे हैं कि शिवसेना को एनसीपी और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनानी चाहिए. एकनाथ शिंदे ने आज अपने समर्थक विधायकों का एक वीडिया साझा किया. जिसमें शिवसेना के 35 विधायक और सात निर्दलीय विधायकों का उन्हें समर्थन प्राप्त होने का दावा किया जा रहा है. ऐसे में उन्हें कुल 42 विधायकों का समर्थन हासिल है. इस आंकड़े के साथ एकनाथ शिंदे आसानी से बीजेपी के साथ मिलकर बहुमत साबित कर सकते हैं.
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