Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत के बाद से राजनीति काफी गर्मा गई है. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे-एकनाथ शिंदे की इस लड़ाई के बीच अब महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष आज शिवसेना के 16 बागी विधायकों को नोटिस भेज सकते हैं. वहीं अब कहा जा रहा है कि, एकनाथ शिंदे गुट महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष के खिलाफ 22 जून को ही अविश्वास प्रस्ताव ला चुके हैं. ऐसे में जब तक इस पर चर्चा नहीं हो जाती तब तक विधानसभा उपाध्यक्ष कोई फैसला नहीं ले सकते.
दरअसल, मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त सरकार के पास बहुमत नहीं है. अगर उपाध्यक्ष को लेकर चुनाव हुआ तो माना जा रहा है कि, बीजेपी/शिंदे गुट मिलकर अपना उपाध्यक्ष बना सकते हैं. विधानसभा उपाध्यक्ष पर सवाल उठाने की कड़ी में अब दो निर्दलीय विधायकों ने भी चिट्ठी भेज कर कहा कि उपाध्यक्ष के पास अधिकार ही नहीं कार्रवाई करने का.
विधायकों के निलंबन पर नहीं ले सकते फैसला- उपाध्यक्ष को सौपे पत्र में लिखा
जानकारी के मुताबिक एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से विधानसभा के उपाध्यक्ष के खिलाफ 22 जून को ही अविश्वास का नोटिस दिया गया है. ऐसे में वो कोई भी बड़ा फैसला नहीं ले सकते. बता दें, 22 जून को एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से 14 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र विधानसभा के उपाध्यक्ष को भेजा गया. शुक्रवार को दो निर्दलीय विधायक महेश बालदी और विनोद अग्रवाल ने भी उपाध्यक्ष को सौपे पत्र में लिखा है कि आप पर अविश्वास है जिस कारण आप विधायकों के निलंबन पर कोई फैसला नहीं ले सकते.
शिवसेना ने 16 विधायकों के निलंबन की मांग की
बता दें कि 23 जून को शिवसेना ने शिंदे गुट के 12 विधायकों के निलंबन की मांग उपाध्यक्ष से की थी और शुक्रवार को 4 और विधायकों के निलंबन की मांग की गई. ऐसे में देखना महत्वपूर्ण होगा की उपाध्यक्ष 16 विधायकों के निलंबन को लेकर कोई फैसला ले पाते या यह मामला अब कोर्ट की दहलीज पर जाएगा.
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