Maharashtra Political Crisis: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मंगलवार को बीजेपी (BJP) पर जमकर निशाना साधा. उत्तर भारतीय महासंघ के नेताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि, "आप मेरे तरकश से कितने भी तीर क्यों ना निकाल लीजिए, लेकिन उस तीर को चलाने के लिए जिस धनुष की आपको जरूरत होगी वह मेरे पास ही है. जिस शिवसेना (Shiv Sena पर ये दावा ठोक रहे हैं वो भी मेरे पास है. हमारे लोग गद्दार नहीं है."
उन्होंने आगे कहा कि, "हमारे लोगों को गुमराह कर गद्दारी का काम बीजेपी कर रही है. मुझे दुख इस बात का नहीं है कि मेरे लोगों ने हमारा साथ छोड़ दिया बल्कि तकलीफ इस बात की है कि बीजेपी शिवसेना को खत्म करना चाहती है. वो (बीजेपी) मुर्गा लड़ा रहे हैं. इस लड़ाई में जब एक मुर्गा मर जाएगा तब वो (बीजेपी) दूसरे मुर्गे को भी मारकर शिवसेना को खत्म कर देंगे. इस तरह उनकी मंशा पूरी हो जाएगी."
शिवसेना के 12 सांसद हुए बागी
महाराष्ट्र में सत्ता हाथ से निकल जाने के बाद पूर्व सीएम व शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अब पार्टी बचाने की जुगत में जुटे हुए हैं. हालांकि उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. आज ही शिवसेना सांसदों ने उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका दिया है. शिवसेना के 12 बागी सांसदों ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और उनसे संसद के निचले सदन में पार्टी के नेता को बदलने का अनुरोध किया.
उद्धव ठाकरे गुट ने भी लिखा था स्पीकर को पत्र
लोकसभा में पार्टी के फ्लोर लीडर विनायक राउत द्वारा स्पीकर को एक पत्र देने के एक दिन बाद आज शिवसेना के 12 सांसदों ने ओम बिरला से मुलाकात की. विनायक राउत ने पत्र में कहा था कि प्रतिद्वंद्वी एकनाथ शिंदे गुट के किसी भी प्रतिनिधित्व पर विचार ना करें.
पहले विधायक गए, अब सांसद
बता दें कि, शिवसेना के 55 विधायक दो गुटों में बंट गए हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले खेमे को 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जबकि 15 विधायक पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के साथ दिया हैं. बगावत के कारण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन की सरकार गिर गई थी. वहीं अब शिवसेना (Shiv Sena) के 12 सांसदों ने बगावत कर दी है और एकनाथ शिंदे के गुट में चले गए हैं.
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