Maharashtra Politics: शिवसेना में पड़ी दरार के बाद शिंदे गुट अब पार्टी पर अपना दावा ठोक रहा है. यही वजह है कि उद्धव और शिंदे, दोनों गुटों में तीखी बयानबाजी जारी है. शिवसेना के सांसद ने मंगलवार को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की घोषणा करने का आग्रह किया था. उसके बाद पार्टी से बगावत करने वाले शिंदे गुट के विधायक गुलाब राव पाटिल ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि हमारे पास 55 में से 40 विधायक हैं और अब 18 में से 12 सांसद हमारे साथ आ रहे हैं तो फिर बताओ शिवसेना किसकी हुई. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने चार सांसदों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की है और हमारे साथ 22 पूर्व विधायक भी हैं.’’


हमने सत्ता के लिए पार्टी नहीं छोड़ी है


बुधवार को जलगांव में अपने विधानसभा क्षेत्र में संवाददाताओं से बातचीत में गुलाबराव पाटिल ने दावा किया है कि 18 सांसदों में से 12 जल्दी ही एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो जायेंगे. विधायक ने कहा कि शिंदे गुट पार्टी का गौरव बहाल करेगा. पाटिल ने कहा कि उन्होंने सत्ता के लिए पार्टी नहीं छो़ड़ी बल्कि ‘‘सत्ता छोड़ी है, जबकि हम मंत्री थे.’’ उन्होंने कहा ‘‘एक नहीं, बल्कि आठ मंत्रियों ने पार्टी छोड़ी, इसका मतलब है कि हम हमारी शिवसेना को बचाना चाहते हैं.’’


बता दें कि गुलाब राव पाटिल पहले उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री रह चुके हैं और अब एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो चुके हैं. उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट के विश्वस्तों ने अपने अपने समूह के असली शिवसेना होने का दावा किया है.


शिवसेना ने राजन विचारे को लोकसभा का व्हिप बनाया


शिवसेना ने यवतमाल से वरिष्ठ सांसद भावना गवली को लोकसभा के चीफ व्हिप पद से हटा दिया है. उनकी जगह पार्टी ने राजन विचारे लोकसभा का चीफ व्हिप बनाया है. पहले चीफ व्हिप भावना गवली थी , उनकी जगह अब राजन विचारे चीफ व्हिप होंगे.


इससे पहले शिवसेना के लोकसभा सदस्य राहुल शेवाले ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे से आग्रह किया था कि वे पार्टी के सांसदों से राष्ट्रपति पद की राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने के लिये कहें. क्योंकि मुर्मू आदिवासी हैं और समाज में उनका महती योगदान है.