मुंबई: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सीएम उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र के सार्वजनिक होने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है. गडकरी ने पत्र में शिवसैनिकों पर नेशनल हाईवे के काम में अड़चन डालने का गंभीर आरोप लगाया है. आरोपों के घेरे में यवतमाल वाशिम से सांसद भावना गवली हैं. गडकरी ने सीएम से जल्द दखल देने की मांग करते हुए काम और रोकने की चेतावनी भी दे डाली है.
मोदी सरकार के कद्दावर मंत्री नितिन गडकरी के “लेटर बम” ने महाराष्ट्र की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है. सीएम उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में गडकरी ने शिवसैनिक और वाशिम यवतमाल लोकसभा से सांसद भावना गवली पर नेशनल हाईवे के काम में दखल देने का गंभीर आरोप लगाया है.
गडकरी ने पत्र में लिखा है कि नेशनल हाईवे के कई प्रोजेक्ट में अनेक जनप्रतिनिधि दखल दे रहे हैं. इस संदर्भ में कई शिकायतें मुझे प्राप्त हुई हैं. कई प्रोजेक्ट में नियमों के बाहर जाकर अधिकारी और ट्रैक्टर से मांग की जा रही है. जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी तो कार्यकर्ताओं को भड़का कर आंदोलन के जरिए काम रोकने की कोशिश हो रही है. खासतौर से महाराष्ट्र के वाशिम जिले में यह दखलअंदाजी ज्यादा देखने को मिलती है.
अकोला से नांदेड 202 किलोमीटर लंबा रास्ता मेडसी से वाशिम होकर जा रहा है. वाशिम शहर से बाईपास होकर जा रहा है, इस रास्ते का काम भी जनप्रतिनिधि और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने रोकने की जानकारी मुझे दी गई है. इसी तरह पुलगांव-कारंजा मालेगाव-मेहकर सिंदखेडराजा महामार्ग खराब है. इसकी मरम्मत का काम 135 करोड़ का है. लेकिन वाशिम लोकसभा क्षेत्र में यह काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है, जबकि दूसरी जगहों का काम लगभग पूरा हो चुका है. विशेष तौर पर सेलू बाजार के पास शिव सैनिकों ने काम बंद कराने की जानकारी मुझे मिली है.
लोगों की लगातार शिकायतों के बाद कांट्रेक्टर ने फिर से काम शुरू किया तो शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कई मशीनरी को आग के हवाले कर दिया. अधिकारियों में और ठेकेदारों में दहशत निर्माण करने की कोशिश की जा रही है.
गडकरी का पत्र सार्वजनिक होने के बाद बीजेपी ने फिर शिवसेना को घेरा. राम कदम ने कहा है कि विकास में वसूली कर रही है शिवसेना. गडकरी का पत्र सार्वजनिक होने के बाद शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में सत्ता में बैठी कांग्रेस ने गडकरी और शिवसेना दोनों पर निशाना साधा है.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि 25 साल साथ में रहने के बाद अब अचानक कैसे बीजेपी को शिवसेना की हरकतों की याद आई, जबकि देशभर में बन रहे हाईवे प्रोजेक्ट में कॉस्ट एस्केलेशन क्यों हो रहा है. इसे लेकर वाइट पेपर जारी करने की मांग पटोले ने गडकरी से की है. उधर वाशिम लोकसभा से सांसद भावना गवली की इस पूरे मामले पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सीएम उद्धव ठाकरे को चेतावनी देते हुए भी कहा है कि अगर उन्होंने जल्द ही इस मामले में दखल नहीं दिया तो उनके मंत्रालय को महाराष्ट्र के राष्ट्रीय राजमार्गों के कामों को मंजूरी देने पर विचार करना होगा. साथ ही इस मामले में बड़े एक्शन लेने की गुजारिश भी गडकरी ने की है.