BRS Party in Maharashtra: तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारतीय राष्ट्र समिति के मुखिया के. चंद्रशेखर राव अपनी पार्टी के नेटवर्क का विस्तार करने में लगे हुए हैं. इसी क्रम में उन्होंने शुक्रवार (19 मई) को महाराष्ट्र में शहरी निकाय निकायों में 45 हजार से अधिक गांवों में बीआरएस के नेटवर्क का विस्तार करने के लिए एक महीने का कार्यक्रम शुरू किया. सीएम राव ने नांदेड़ में पार्टी कैडर प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह घोषणा की.


इसके अलावा, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से हर जगह पर 9 समितियां बनाने को कहा जिसमें किसान, युवा, महिलाएं, पिछड़ा वर्ग, आदिवासी और अल्पसंख्यक शामिल हों. के चंद्रशेखर राव ने कहा, 'हम महाराष्ट्र में 45 हजार से अधिक गांवों और नगर निकायों के 5 हजार नगरपालिका वार्डों में जाएंगे'. उन्होंने बीआरएस कार्यकर्ताओं से कहा, '22 मई से 22 जून तक हर दिन में पांच गांवों का दौरा करें और प्रत्येक गांव में दो घंटे बिताएं'. इसके अलावा, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से दलितों के साथ भोजन करने को कहा. राव ने कहा कि 'अन्य पार्टियां अमीर हैं, हम गरीब पार्टी हैं'.


'भारत को नए नेतृत्व का इंतजार'


राव ने कहा, 'भारत को नए नेतृत्व का इंतजार है. भारत वर्तमान नेताओं से तंग आ चुका है. आज हम महाराष्ट्र पर फोकस कर रहे हैं. कल आपको मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में काम करना होगा'. राव ने कहा कि मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर में कार्यालय खरीदने के लिए बीआरएस करोड़ों रुपये खर्च कर रही है.


राव ने किसानों के कल्याण के लिए 'तेलंगाना मॉडल' की बात की. उन्होंने कहा कि 'क्या किसानों का दर्द खत्म होगा? मुझे विश्वास है कि बीआरएस के नेतृत्व में किसानों का दर्द खत्म हो जाएगा'. आगे उन्होंने कहा कि 'मेरे सीएम बनने से पहले तेलंगाना में किसान मर रहे थे. आज तेलंगाना मॉडल पूरे देश में मशहूर है. तेलंगाना के हर घर में नल का पानी है'. 


नदियों का उपयोग करने में बीजेपी-कांग्रेस विफल


देश में बारिश और नदी के पानी का उपयोग करने में 'विफलता' के लिए राव ने पिछले 75 सालों में कांग्रेस और बीजेपी की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया. राव ने कहा कि 'भारत में हर साल 1.40 लाख टीएमसी बारिश होती है. इसका आधा भाग वाष्पित हो जाता है, इसलिए हमारी नदियों में 70,000 टीएमसी प्रयोग करने और पीने योग्य रह जाता है. ये केंद्र सरकार के आंकड़े हैं'. उन्होंने कहा, 'इसमें से सिर्फ 20,000 टीएमसी का ही इस्तेमाल हो रहा है. शेष 50,000 टीएमसी समुद्र में चला जाता है'.


मेगा बांधों को लेकर साधा निशाना


केसीआर ने मेगा बांधों की स्थापना के पिछले 75 वर्षों में सरकारों को लेकर अक्षमता की बात की. उन्होंने कहा कि 'औरंगाबाद के पास जयकवाड़ी बांध की क्षमता 100 टीएमसी है. दूसरी तरफ जिम्बाब्वे जैसे छोटे देश में 6,500 टीएमसी का बांध है'. राव ने कहा कि तेलंगाना ने अपनी किसान समर्थक नीतियों के कारण खाद्यान्न उत्पादन में पंजाब को पीछे छोड़ दिया है.


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