Maharashtra Politics: शिवसेना-एनसीपी के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में फूट का खतरा? अटकलों का बाजार हुआ गर्म
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी में दो फाड़ के बाद अब एमवीए की तीसरी पार्टी कांग्रेस को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं, हालांकि कांग्रेस ने तमाम अटकलों को खारिज किया है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में एनसीपी के खेमे से उठी बगावत के बाद अब कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, देश के बाकी राज्यों में भी विपक्षी दल इसे लेकर खूब महौल बना रहे हैं. इसी बीच अब महाराष्ट्र कांग्रेस को लेकर भी एक दावा सामने आया है, जिसमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता भी महाराष्ट्र की एनडीए सरकार में शामिल हो सकते हैं. बीजेपी नेताओं की तरफ से इसे लेकर महाराष्ट्र में एक माहौल तैयार किया जा रहा है, जिसमें कांग्रेस में भी फूट की बात कही जा रही है.
कुछ नेता बीजेपी के संपर्क में
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी सूत्रों ने दावा किया है कि एमवीए की आखिरी बची पार्टी कांग्रेस में भी सेंध लग सकती है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के दो बड़े नेता बीजेपी के साथ संपर्क में हैं और आने वाले दिनों में कुछ भी हो सकता है. महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने भी दावा किया कि कांग्रेस और अन्य दलों के नेता एनडीए में शामिल होने की इच्छा रखते हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि कई ऐसे नेता हैं जो अपनी पार्टी से खुश नहीं हैं. क्योंकि उनके बड़े नेता स्वार्थ से भरे हुए हैं. वो चीन और पाकिस्तान की तरह पीएम मोदी को नहीं चाहते हैं और देश के विकास में बाधाएं पैदा करते हैं.
कांग्रेस ने अटकलों को किया खारिज
हालांकि कांग्रेस पार्टी की तरफ से ऐसी तमाम अटकलों को खारिज किया गया है. कांग्रेस ने कहा है कि ऐसी बातें बीजेपी के नेता फैला रहे हैं, उनमें कुछ भी सच नहीं है. एनसीपी में टूट के बाद कांग्रेस महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष के पद के लिए कोशिश कर रही है. कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इसे लेकर हाल ही में कहा था कि बीजेपी की तरफ से पहले भी कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन दो तिहाई के लिए 30 विधायकों को तोड़ना पड़ेगा जो आसान नहीं है.
कांग्रेस सबसे बड़ा विपक्षी दल
हालांकि कांग्रेस इस बात को सुनिश्चित कर रही है कि उसके विधायक एकजुट रहें और किसी भी तरह की सेंधमारी न हो पाए. इसके लिए कांग्रेस ने एक बैठक भी बुलाई. इस बैठक के बाद कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हम मजबूत और एकजुट हैं. बता दें कि कांग्रेस के पास महाराष्ट्र में 44 विधायक हैं, एनसीपी में दो फाड़ के बाद अब कांग्रेस सबसे बड़ा विपक्षी दल है. एनसीपी के कुल 53 विधायक थे, जिनमें से अजित पवार के खेमे में करीब 30 विधायक चले गए. उनका दावा 40 विधायकों का है. ऐसे में कांग्रेस खुद को मजबूत रखने की कोशिश में जुटी है.