Uddhav Thackeray On Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. एनसीपी (NCP) की बगावत के बाद महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार के नेताओं और विपक्षी दलों में जुबानी जंग जारी है. अब राज्य के पूर्व सीएम और शिवसेना (यूबीटी) के चीफ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस (Devendra Fadnavis) को लेकर की गई टिप्पणी पर बवाल हो गया है.
उद्धव ठाकरे ने सोमवार (10 जुलाई) को देवेंद्र फड़णवीस के गृह क्षेत्र नागपुर में एक जनसभा में कहा कि देवेंद्र फड़णवीस की स्थिति इतनी विचित्र हो गई है कि असहनीय है और इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. एक बार उन्होंने कहा था कि मैं फिर आऊंगा, लेकिन वह अपने साथ दो और लोगों को लेकर आए. वे दो लोग कौन हैं.
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?
शिवसेना (यूबीटी) चीफ ने आगे कहा कि देवेंद्र फड़णवीस नागपुर के लिए कलंक हैं. उन्होंने कभी कहा था कि एनसीपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी कर लिया. बीजेपी नेता की ना का मतलब हां होता है. ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस की एक पुरानी ऑडियो क्लिप माइक्रोफोन पर सबको सुनवाई.
पूर्व सीएम ने कहा कि अब वे कह रहे हैं, उद्धव ठाकरे ने हमें छुरा घोंपा. सबसे पहले किसने उद्धव ठाकरे की पीठ में छुरा घोंपा? वे 2014 से 2019 तक सत्ता में थे. 2014 में शिवसेना ने गठबंधन नहीं तोड़ा. मैं तब कांग्रेस में नहीं गया था. मैं वही था और मैं वही हूं.
नितिन गडकरी ने की निंदा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उद्धव ठाकरे की इस टिप्पणी की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट किया कि जब वे (एमवीए) सत्ता में थे, तब उद्धव ठाकरे बीजेपी की ओर से किए गए विकास कार्यों पर चर्चा कर सकते हैं, लेकिन इतने निचले स्तर पर व्यक्तिगत आरोप लगाना महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति के अनुरूप नहीं है.
उद्धव ठाकरे के पोस्टर फाड़े
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को लेकर दिए गए इस बयान के बाद नागपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध जताते हुए उद्धव ठाकरे के पोस्टर फाड़े हैं. कुछ पोस्टर्स पर उद्धव ठाकरे के चेहरे पर कालिख भी पोती गई है.
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