Fire in Hotel near Bhikardas Maruti Mandir: महाराष्ट्र के पुणे में शनिवार (22 अक्टूबर) को एक भोजनालय में आग (Pune Hotel Fire) लगने से छह साल की मासूम की जान चली गई. शहर के सदाशिव पेठ (Sadashiv Peth) इलाके के भिकरदास मारुति मंदिर (Bhikardas Maruti Mandir) के पास एक भोजनालय में आग लगी थी. हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत बचाव कार्य शुरू किया.


बच्ची होटल के अंदर ही फंसी थी. जवानों ने बड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को बाहर निकाला लेकिन तब तक मासूम का दम घुट गया था. उसे फौरन सूर्या अस्पताल (Surya Hospital) में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. 


नहीं तो हादसा होता और भी भयंकर!


राहत बचाव के दौरान जवानों ने होटल के अंदर से रसोई गैस के तीन सिलेंडरों को भी निकाला, नहीं तो उनके फटने से स्थिति और भी भयानक हो सकती थी. समाचार एजेंसी पीटीआई ने दमकल अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी कि पुणे के सदाशिव पेठ इलाके में एक भोजनालय में रसोई गैस सिलेंडर से रिसाव के कारण आग लगी, जिसमें छह साल की एक बच्ची की मौत हो गई.


एक अधिकारी ने बताया कि सदाशिव पेठ इलाके में सुबह करीब साढ़े दस बजे बिरयानी बेचने वाली एक दुकान में आग लग गई थी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का एक परिवार यहां काम करता था और तीन बच्चों के साथ उसी के ऊपर एक मचान में रहता था. अधिकारी ने बताया, ''आग सुबह करीब 10 बजकर 50 मिनट पर लगी. मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों को सूचित किया गया कि एक लड़की मचान पर फंसी हुई है.''


'धुआं ज्यादा होने की वजह से मां बच्ची को नहीं उठा पाई'


अधिकारी ने बताया कि बच्ची को सुरक्षित बचाने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अधिकारी ने कहा, ''भोजनालय के कर्मचारियों के अनुसार, आग लगने के समय जो लोग मचान पर थे वह नीचे आने में सफल रहे. लड़की की मां अपने अन्य दो बच्चों के साथ नीचे आई लेकिन धुआं ज्यादा होने की वजह से, वह अपनी बेटी को नहीं उठा सकी.''


अधिकारी ने कहा कि लड़की की पहचान इकरा नईम खान के रूप में हुई है, जो मामूली रूप से झुलस गई थी, लेकिन धुएं के कारण उसका दम घुट गया. अधिकारी ने कहा, ''प्रथम दृष्टया, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भूतल पर रसोई में एलपीजी सिलेंडर में रिसाव हुआ था, जिस वजह से आग लग गई.'' उन्होंने बताया, ''मौके पर कर्मियों के पहुंचने पर एक स्थान पर तीन एलपीजी सिलेंडर देखे और उनमें से एक से रिसाव हो रहा था. हमने तुरंत सभी सिलेंडर बाहर निकाल लिए.''


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