Maharashtra Rains: महाराष्ट्र में बारिश के बाद सड़कों पर बने गड्ढे हुए जानलेवा, अब तक 7 लोगों की मौत
Maharashtra News: महाराष्ट्र में बारिश के बाद 121 लोगों की जान चली गई है. वहीं ठाणे, भिवंडी, कल्याण और डोंबिवली इलाके में गड्ढों की वजह से कई लोगों की मौत हुई है.
Maharashtra Rains: महाराष्ट्र में भारी बारिश (Rain) के बाद से अब तक 121 लोगों की मौत हुई है, लेकिन इनमें से कई लोग प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़े हैं. मुंबई से सटे ठाणे, भिवंडी, कल्याण और डोंबिवली में गड्ढों (Potholes) के कारण अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है. बारिश के साथ-साथ प्रशासन की लापरवाही के कारण भी लोगों की जान जा रही है. भिवंडी शहर में गड्ढों के कारण दो लोगों की मौत हुई है वहीं मुंबई नाशिक हाईवे पर 3, कल्याण और डोंबिवली में एक-एक व्यक्ति मौत गड्ढों के कारण हुई है.
भिवंडी शहर में फ्लाईओवर को छोड़कर पूरा शहर गड्ढों से भरा हुआ है. जिससे लोगों को बेहद कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. खराब हो चुकी सड़कों की स्थिति पर भिवंडी महानगर पालिका के सिटी इंजीनियर लक्ष्मण गायकवाड़ ने एबीपी न्यूज को बताया के भिवंडी इलाके में अब तक 1800 एमएम बारिश हुई है. महानगरपालिका के क्षेत्र में गड्ढों को भरने के लिए एक अलग टीम नियुक्त की गई है. बारिश तेज होने की वजह से जो कोल्ड मिक्स इस्तेमाल किया जा रहा वो ठीक से टिक नहीं पा रहा है.
सवाल सुनकर चुप रह गए अधिकारी
अधिकारी ने बताया कि ऐसे स्पॉट हैं जहां बार-बार गड्ढे को भरने के बाद भी फिर से गड्ढे हो जा रहे हैं. बारिश के बाद भी रास्तों की मरम्मत की जा रही है. एक प्रोजेक्ट जल्द शुरू किया जाएगा जहां 52 रास्तों को डांबर से बनाया जायेगा. भिवंडी क्षेत्र में इस वजह से केवल एक की मौत हुई है जो 7 अगस्त को हुई थी, लेकिन वह क्षेत्र पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत आता है. जब अधिकारी से पूछा के कि इन मौतों का जिम्मेदार कोन है तो अधिकारी ने जवाब में बताया कि वह इस पर कुछ कॉमेंट नहीं कर सकते हैं. बहरहाल आंकड़े बताते हैं कि भिवंडी-वाड़ा मार्ग, ठाणे जिले में 7 साल में 400 से अधिक नागरिकों की मौत और पिछले 2 महीनों में 7 लोग की जान इन गड्ढों की वजह से गई है.
गड्ढों की वजह से इन लोगों की गई जान-
पहली घटना 5 जुलाई 2022 को हुई, जहां काजू पाड़ा, घोड़बंदर रोड पर सूफियान शेख (साइकिल सवार) की मौत हो गई.
दूसरी घटना 16 जुलाई 2022 की है, जहां मुंबई नासिक हाईवे, खरेगांव ब्रिज पर दो पहिया वाहनों पर दो लोगों की मौत हो गई.
तीसरी घटना 16 जुलाई 2022 को हुई, जहां कल्याण-बदलापुर, खोनी में अंकित थैवा (साइकिल सवार) की मौत हो गई.
चौथी घटना 23 जुलाई 2022 की है, जहां मुंबई नासिक हाईवे, रजनोलि पर बृजेश कुमार जैसवाल (साइकिल सवार) की मौत हो गई.
पांचवीं घटना 7 अगस्त 2022 की है, जहां भिवंडी-वाड़ा रोड, नाडी नाक अशोक कबाड़ी (बाइकर) की मौत हो गई.
छठी घटना 16 अगस्त 2022 की है, जहां भिवंडी-वाड़ा रोड, कुडस-पालघरी में सईद पठान 40 (साइकिल सवार) की मौत हो गई.
बेटी ने अपनी आंखों के सामने पिता की मौत देखी
7 अगस्त 2022 की घटना के बारे में अदिति कबाड़ी ने बताया कि वह अपने पिता अशोक कबाड़ी के साथ गणपति बप्पा की मूर्ति देखने के लिए शहर में आई थी, लेकिन उनका और उनके पिता का गड्ढे के कारण एक्सीडेंट हो गया और अदिति ने अपने पिता को खो दिया. अदिति 27 वर्ष की है और अपनी मां व भाई के साथ रहती है. इस हादसे में अदिति भी घायल हुई थी.
उन्होंने बताया कि वह 11 बजे के करीब अपने पिता के साथ घर से निकली थीं, लेकिन 11.30 के करीब उनका एक्सीडेंट हो गया. सड़क पर आगे एक ट्रक खड़ा था इसीलिए हमने वाहन की की गति धीमी की, लेकिन पीछे से आ रहे ट्रक ने स्पीड कम नहीं की और हमें टक्कर मार दी. मेरे पापा ट्रक के नीचे आ गए, मैं बच गई.
बेटी ने प्रशासन से लगाई गुहार
अदिति ने बताया कि अब तक ना महानगर पालिका का कोई अधिकारी हम से मिलने नहीं आया है और ना ही कोई नेता, लेकिन सबसे बुरी बात ये है कि हादसे के बाद से अब तक वह रास्ता भी ठीक नहीं किया गया है. अब तक वहां के गड्ढे नहीं भरे गए हैं. उन्होंने कहा कि आज ये हादसा मेरे साथ हुआ है, कल कोई और भी शिकार हो सकता है. प्रशासन से विनती है कि जिन ठेकेदारों को काम दिया जाता है उन पर ध्यान दिया जाए और रास्तों को ठीक किया जाए. सरकार को गंभीरता समझते हुए कठोर कदम उठाने चाहिए.
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