CM उद्धव के काम से खुश हुए भाई राज ठाकरे, कहा- पूरी ताकत के साथ कोरोना से लड़ रही है सरकार
कोरोना की महामारी को रोकने के लिए महाराष्ट्र ने बड़ा कदम उठाते हुए बस सेवाएं बंद कर दी हैं. बता दें कि इस वक्त सारे देश में कोरोना के कारण भय का माहौल है. देश के लगभग 100 जिलों को लॉकडाउन कर दिया गया है.
मुम्बई: एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में अपने भाई और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोरोना के खिलाफ पूरी ताकत के साथ लड़ रही है. मुख्यमंत्री हर संभव प्रयास कर रहे हैं ऐसे में जनता को सरकार का साथ देना जरुरी है.
राज ठाकरे ने कहा, "मेरी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात हुई. हम दोनों के बीच कोरोना वायरस को लेकर चर्चा हुई. मैंने कुछ अपने सुझाव उन्हें दिए जिसपर वो विचार कर रहे हैं. सरकार इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है."
वहीं राज ठाकरे ने डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ़, पुलिस, सरकारी कर्मचारी और अत्यावश्यक सेवा देने लोगों का भी धन्यवाद किया. राज ठाकरे ने कहा ''मैं डॉक्टरों का, मेडिकल स्टाफ़, पुलिस, सराकारी कर्मचारी उन सभी लोगों के धन्यवाद देता हू जो देश को इस महामारी से सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान दावा पर लगा कर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. पूरा देश इनका ऋणी है. मंदिर, मस्जिद बंद है केवल अस्पताल खुले हैं. आज डॉक्टरों पर हाथ उठानेवालों को समझ आया होगी कि डॉक्टर भगवान से बढ़कर हैं.''
राज ठाकरे ने उन लोगों पर भी टिप्पणी की जो सरकार की सूचनाओं का पालन नहीं कर रहे. राज ठाकरे ने कहा, ''कुछ लोग अब भी स्थिती की गंभीरता को नहीं समझ पा रहे. जब कोरोना उनके दरवाज़े पर दस्तक देगा तब शायद ये लोग संभलेंगे. मेरी लोगों से अपील है कि सरकार द्वारा दिए गए सूचनाओं का पालन करें नहीं तो ये महामारी बड़ा नुक़सान करेगी.’
राज ठाकरे ने कहा कि लोग सवाल कर रहे हैं कि ग़रीबों का क्या होगा वो बिना काम के कैसे जीएंगे. मेरा सवाल है कि अगर युद्ध होता तो क्या लोग घर से बाहर निकलेंगे. आज हम युद्ध जैसी स्थिती में ही है. अगर लोगों ने सूचनाओं का पालन नहीं किया तो सरकार और कठोर निर्णय लेगी.
लोग पुलिस से बहस कर रहे हैं, बिना वजह घर से बाहर निकल रहे है. जनता कर्फ़्यू को लोगों ने अच्छा साथ लगभग पूरे देश ने अपनी ज़िम्मेदारी समझी लेकिन कुछ लोगों ने उसका तमाशा बनाया. जुलूस निकालकर थाली बजाओ, ताली बजाओ किया. ऐसे लोगों की वजह से ही देश में स्थिती बिगड़ सकती है.
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