(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajya Sabha Election: महाराष्ट्र में 6 सीटों के लिए 7 उम्मीदवार, जानिए किसका बनेगा और किसका बिगड़ेगा खेल, ये रहा सियासी गणित
Maharashtra Rajya Sabha Election: महाराष्ट्र में कुल विधायकों की संख्या 288 है. एक सीट जीतने के लिए 42 वोटों की जरूरत है. बीजेपी के पास 106 विधायक हैं. बीजेपी के 3 और MVA के 4 प्रत्याशी मैदान में हैं
Maharashtra Rajya Sabha Election 2022: महाराष्ट्र में भी राज्यसभा चुनाव को लेकर दिलचस्प मुकाबला है. महाराष्ट्र में राज्यसभा (Rajya Sabha Election) की 6 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. प्रदेश की 6 सीटों के लिए 7 उम्मीदवार मैदान में ताल ठोक रहे हैं. इनमें बीजेपी (BJP) के तीन, शिवसेना (Shivsena) के दो और कांग्रेस-NCP से एक-एक प्रत्याशी हैं. इस बीच असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी (AIMIM) ने महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार को वोट करने की घोषणा की है. AIMIM विधायक कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) का सपोर्ट करेंगे.
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी यानी शिवसेना, कांग्रेस और NCP गठबंधन की सरकार अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए हर प्रयास में जुटी है. महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना ने 55 विधायकों को ट्राइडेंट होटल में रखा. 6 जून से शिवसेना के विधायक आलीशान होटल में ऐशो आराम की जिंदगी गुजारते रहे.
कितनी सीटों पर महाविकास अघाड़ी को मिलेगी जीत?
NCP और कांग्रेस ने महाविकास अघाड़ी सरकार की तरह यहां भी साझेदारी निभाई और 98 विधायकों को दि वेस्टिन मुंबई पवई लेक के आलीशान कमरों में नजरबंद कर दिया. हालांकि अभी ये परेशानी खत्म नहीं हुई. क्या अघाड़ी सरकार अपने चारों उम्मीदवारों को जीत दिलाने में कामयाब होगी या नहीं? इसके लिए महाराष्ट्र के सियासी गणित को समझने की कोशिश करते हैं.
क्या है सियासी गणित?
महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए 7 उम्मीदवार मैदान में हैं. यहां कुल विधायकों की संख्या 288 है. यानी एक सीट जीतने के लिए 42 वोटों की जरूरत है. बीजेपी के पास 106 विधायक हैं. इसके हिसाब से बीजेपी की दो सीट पर जीत तो तय है लेकिन उसके तीसरे उम्मीदवार को जीतने के लिए 20 वोटों की और जरूरत है.
शिवसेना के संजय पवार और बीजेपी के धनंजय महादिक के बीच मुकाबला होगा.
क्या है महाविकास अघाड़ी का दावा?
उधर महाविकास अघाड़ी भी अपने सभी उम्मीदवारों के जीत का दावा कर रही है. प्रदेश की सरकार का नेतृत्व कर रही शिवसेना के पास 56 विधायक हैं यानी एक सीट तो पक्की है लेकिन दूसरी सीट के लिए इसके पास सिर्फ 14 विधायक हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस के 44 विधायक हैं और उम्मीदवार एक, यानी इसके पास दो वोट सरप्लस हैं.
निर्दलीय या छोटे दलों के विधायकों की भूमिका?
वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) में महाविकास अघाड़ी (MVA) की सरकार में शामिल NCP के समर्थन में 53 विधायक हैं और उम्मीदवार भी एक ही हैं. यानी इसके पास भी 11 सरप्लस वोट हैं. इन सबको मिला भी दिया जाए तो 27 वोट हैं. अब भी शिवनेसा को अपने दूसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए 15 और वोट की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में महाराष्ट्र में सभी पार्टियों की निगाहे अब 29 उन विधायकों पर टिकी हैं जो दूसरी छोटी पार्टियों से हैं या फिर निर्दलीय चुनाव जीतकर पहुचे हैं. ये विधायक ही एक उम्मीदवार की राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) में जीत का रास्ता तय करेंगे.
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