नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कई दिनों से सरकार बनाने के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच बातचीत का दौर चल रहा था कि अचानक सारा खेल ही पलट गया. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.


एनसीपी-शिवसेना की प्रेस कांफ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि अजित पवार कुछ विधायकों के साथ राजभवन गए थे. मुझे अजित के शपथ लेने की खबर सुबह मिली थी. बीजेपी को समर्थन करने का फैसला अजित पवार ने खुद लिया था. एनसीपी अजित के फैसले के साथ नहीं है. हमें जो एक्शन लेना होगा वो हम लेंगे. बीजेपी को हमारा समर्थन नहीं है.


शरद पवार ने कहा है कि जो विधायक सुबह अजित पवार के साथ राजभवन गए थे, वह अब मेरे साथ हैं. राजभवन जाने वाले विधायक राजेंद्र सिंघल इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद हैं. अजित पवार ने 54 विधायकों का समर्थन पत्र दिखाकर झूठी शपथ ली है.


अजित पवार पर कार्रवाई के सवाल पर शरद पवार ने कहा कि इसपर फैसला पार्टी की बैठक में लिया जाएगा.


प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा कि चोरी छिपे सरकार बनाई गई है. देश में लोकतंत्र के नाम पर खेल हो रहा है और सारा देश ये खेल देख रहा है. हमने जनादेश का सम्मान किया है. नई सरकार सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएगी. बीजेपी लोगों को तोड़ती है और हम लोगों को जोड़ते हैं. उद्धव ने कहा कि हमारी राजनीति टीवी चैनलों पर नहीं होती, शिवसेना जो करती है खुलेआम करती है.


पहले तीनों पार्टियां एक साझा प्रेस कांफ्रेंस करने वाली थीं. फिर कांग्रेस ने ऐन वक्त पर ऑडिटोरियम से वॉकआउट कर दिया. कांग्रेस अब अलग से प्रेस कांफ्रेंस करेगी.


बता दें कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि ये पूरा खेल शरद पवार ने ही रचा है. शरद सब जानते थे, चाचा-भतीजा दोनों मिले हुए हैं. बिना शरद की सहमति के ये संभव नहीं था.


कांग्रेस ने महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में देवेंद्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने को जनादेश के साथ विश्वासघात और लोकतंत्र की सुपारी देना करार दिया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'मुझे मत देखो यूं उजाले में लाकर, सियासत हूं मैं, कपड़े नहीं पहनती. इसे कहते हैं: जनादेश से विश्वासघात, लोकतंत्र की सुपारी. '


इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा को तीन दिनों के भीतर बातचीत पूरी कर लेनी चाहिए थी.


सिंघवी ने ट्वीट किया, ' महाराष्ट्र के बारे में पढ़कर हैरान हूं. पहले लगा कि यह फर्जी खबर है. निजी तौर पर बोल रहा हूं कि तीनों पार्टियों की बातचीत तीन दिन से ज्यादा नहीं चलनी चाहिए थी. यह बहुत लंबी चली. मौका दिया गया तो फायदा उठाने वालों ने इसे तुरंत लपक लिया.'


उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा, " पवार जी तुस्सी ग्रेट है. अगर यही सही है तो आश्चर्यजनक है. अभी यकीन नहीं है."


महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी ने शनिवार सुबह भारतीय जनता पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस को राज्य के मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.


बता दें कि 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद करीब महीने भर बाद राज्य को मुख्यमंत्री मिला है. इससे पहले सरकार बनाने को लेकर सभी पार्टियों में बातचीच चल रही थी. ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना के दावे के बाद बीजेपी-शिवसेना के रास्ते अलग हो गए थे.


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