(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट से पहली मौत ने बढ़ाई सरकार की चिंता, अब और सख्ती से लागू होंगे नियम
Covid-19 Delta Plus Variant Death in Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने कहा कि डेल्टा और डेल्टा प्लस जैसे नए कोविड वेरिएंट फैल गए हैं. इस वजह से एक व्यापक भौगोलिक क्षेत्र के साथ गंभीर तीसरी लहर की संभावना ने जन्म लिया है. राज्य सरकार ने सभी जिलों को प्रसार को रोकने के लिए टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट पद्धति पर जोर देने के लिए कहा है, जैसा कि पिछले साल पहली लहर में किया गया था.
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से मौत होने का पहला मामला सामने आया है. रत्नागिरी में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की संक्रमण के कारण मौत हो गई है. इस बीच महा विकास अघाड़ी सरकार ने शुक्रवार को पूरे महाराष्ट्र में लेवल-3 मानदंडों को लागू करने के साथ ही सख्त प्रतिबंध के संकेत दिए हैं. एफडीए मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगने ने चेताया है कि संभावित तीसरी लहर में 50 लाख संक्रमण के मामले सामने आ सकते हैं, जिनमें से लगभग 8 लाख एक्टिव मामले होंगे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होगी.
उन्होंने आशंका जताई कि 10 फीसदी तक संक्रमित (5 लाख) बच्चे हो सकते हैं. उन्होंने लोगों से सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया. राज्य में तीन करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार हो चुका है, जो भारत में सबसे अधिक है, मगर तीसरी लहर की संभावना के बीच प्रदेश कोई भी कोताही नहीं बरतना चाह रहा.
अब और सख्ती से लागू होंगे नियम
महाराष्ट्र में अनलॉक-3 मानदंडों के तहत, सभी दुकानें शाम 4 बजे तक बंद हो जाएंगी. मॉल और सिनेमाघर बंद रहेंगे और लोगों की अनावश्यक आवाजाही पर कड़ी रोक लगेगी. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, कोविड संक्रमण के डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण रत्नागिरी की एक 80 वर्षीय मरीज की मौत हो गई है. वर्तमान में राज्य में इसके लगभग 21 मामले हैं. इनमें से रत्नागिरी में सबसे अधिक (9), उसके बाद जलगांव (7), मुंबई (2) और ठाणे, पालघर और सिंधुदुर्ग जिलों में एक-एक मामला सामने आया है. इन जिलों के साथ ही राज्य के बाकी हिस्सों में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
राज्य ने सभी को कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने के लिए और उल्लंघन के मामले में भारी दंड चुकाने को लेकर चेताया भी है. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि आने वाले दिनों में आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या बढ़ाई जाएगी. टीकाकरण अभियान को एक बड़ा बढ़ावा दिया जाएगा. ऑक्सीजन (एलएमओ) के उत्पादन को मौजूदा 1,300 टन से बढ़ाकर 3,000 प्रतिदन किया जाएगा. सरकार ने सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (डीडीएमए) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि राज्य में टीकाकरण के लिए बड़ी संख्या में लोग आएं.
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