'सुप्रिया सुले की साड़ी में आग, लिफ्ट में फंसकर अजित पवार का गिरना...', सामना में CM शिंदे पर काला जादू का आरोप
Maharashtra News: सामना के संपादकीय के जरिये कहा गया है कि जब से शिंदे की जादू-टोना सरकार सत्ता में आई है, राजनीतिक विरोधियों की दुर्घटना और घातआघात की संख्या अचानक बढ़ने लगी है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय के जरिये शिंदे गुट पर जादू-टोने का सहारा लेने का आरोप लगाया गया है. सामना के संपादकीय में दावा किया गया है कि एकनाथ शिंदे की ओर से गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में भैंसे की बलि दी गई. संपादकीय में इस बात को काला जादू से जोड़ा गया है.
धनंजय मुंडे की पसलियां टूटना, अजित पवार का लिफ्ट में फंसकर नीचे गिरना और सुप्रिया सुले की साड़ी में आग लगना, इन सभी घटनाओं को सामना के संपादकीय में ब्लैक मैजिक से जोड़ा गया है. इसके अलावा, यह भी आरोप लगाया गया है कि जादू-टोना पर रोक लगाने के लिए सरकार ने कानून बनाया है, लेकिन शिंदे-फडणवीस और उनकी सरकार इसे बढ़ावा दे रही है. इसमें कहा गया है कि शिंदे सरकार के आने के बाद राज्य में काला जादू, नींबू मिर्च आदि चीजों को बढ़ावा मिल रहा है. साथ ही कहा गया है कि एकनाथ शिंदे जहां भी जाते हैं वहां किसी ज्योतिषि या तंत्र विद्या वाले व्यक्ति से जरूर मिलते हैं.
कामाख्या मंदिर में भैंसे की दी गई बलि
सामना के संपादकीय में कहा गया है कि रविवार को पुणे शहर में एक कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन के दौरान सांसद सुप्रिया सुले की साड़ी में आग लग गई. इसमें कहा गया कि यह भी जादू टोना की वजह से हुआ है. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष अजित पवार का लिफ्ट दुर्घटना में बाल-बाल बचना भी इसी से जोड़ा गया है.
दरअसल, पवार तीसरी मंजिल से चौथी मंजिल पर जा रहे थे और इसी बीच बिजली चली गई और चौथी मंजिल पर पहुंचने से पहले ही लिफ्ट नीचे गिर गई. इस घटना के बाद पवार ने कहा था, ''मैं एक बड़े हादसे से बच गया, नहीं तो श्रद्धांजलि सभा ही करनी पड़ती.''
कामाख्या मंदिर में भैंसे की कथित बलि को लेकर सामना के जरिये कहा गया है ऐसा कहा जाता है कि बलि किसी कार्य की पूर्ति के लिए दी जाती है और शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की स्थिरता के लिए दी है. संपादकीय में कहा गया कि जब से शिंदे की जादू-टोना सरकार सत्ता में आई है, राजनीतिक विरोधियों की दुर्घटना और घातआघात की संख्या अचानक बढ़ने लगी है.
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