मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस सहित कई छोटे दलों को लेकर बनी महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के 80 दिन बीत चुके है. ठाकरे सरकार और सरकार में मंत्री अपना काम काज संभाल चुके है. कैबिनेट की मीटिंग में कुछ बड़े फैसले भी लिए गए है पर इसी कार्यकाल में कई ऐसे भी मुद्दे सामने आए है जिसपर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में आम राय नहीं है.


तीनों दलों में मतभेद के मुद्दे पर


तीनों दल भले ही कहें कि यह सरकार कॉमन मिनिमम के एजेंडे पर चल रही है पर पिछले 80 दिनों के कार्यकाल में तीनों दलों में कई बार मतभेद हुए हैं. शिवसेना CAA का समर्थन कर रही है जबकि कांग्रेस - एनसीपी इसके विरोध में है.


मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर लगातार दबाव है कि वो विशेष अधिवेशन बुलाकर राज्य में CAA, NRC के खिलाफ प्रस्ताव पास करें. वीर सावरकर को लेकर शिवसेना और कांग्रेस में हमेशा से तल्खी रही है. भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच NIA को सौपने को लेकर भी शरद पवार , उद्धव ठाकरे से नाराज़ है और पिछले दिन खुले तौर पर नाराजगी भी जता दी थी.


NPR को लेकर पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. एनसीपी नेता नवाब मालिक का कहना है कि कुछ लोग आघाड़ी सरकार में मतभेद दिखाने की कोशिश कर रहे है पर सरकार के सभी मिलकर काम कर रहे है. BJP नेताओं को सत्ता की लत लग गई है इसलिए दिन रात उन्हें सत्ता के सपने आते है.


मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा


कॉमन मिनिमम प्रोग्राम रूपी सामंजस्य की सड़क पर चल रही तीन पहिए वाली सरकार की गाड़ी कब बंद पड़ जाए , कोई नही कह सकता. इसलिए एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार का पहला गुरु मंत्र है , समय कम और काम ज्यादा. राज्य सरकार में मंत्री और एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मालिक का कहना है कि शरद पवार की मंत्रियों के साथ बैठक पहले ही तय हुई थी. राज्य में मौजूदा हालात, मंत्रियों के काम काज, नेताओ की जवाबदेही तय करना यह मीटिंग के मुख्य विषय है.


शरद पवार का गुरुमंत्र


शरद पवार अपने मंत्रियों को गुरुमंत्र भी देंगे. एनसीपी कोटे के मंत्री को शरद पवार को सीधा मंत्र होगा कि मंत्री काम काज में तेज़ी दिखाए. एनसीपी कोटे के मंत्री टी 20 नही, सुपर ओवर की तरह खेले और कम समय मे ज्यादा परिणाम दे.


शरद पवार, अपने मंत्रियों को मीडिया के बयानबाजी जैसे विषय पर भी मार्गदर्शन कर सकते है. कई मुद्दों को लेकर ठाकरे की महाविकास आघाडी में दरार देखने मिल रही है. सूत्रों की माने तो उद्धव ठाकरे सरकार के अहम फैसलों से शरद पवार खफा है. इस बीच बुलाई गई बैठक अहम मानी जा रही है. रविवार को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने अपना नासिक दौरा रद्द कर मुंबई लौट आए थे.


यह भी पढ़ें-


चेन्नई: रिश्तेदारों समेत 16 लोगों ने किया 8 साल की बच्ची का रेप, अस्पताल में मौत


कर्नाटक: हत्या के मामले में 14 साल जेल में रहने के बाद MBBS डॉक्टर बना शख्स