Maharashtra Politics: शिवसेना पर संकट के बादल अब और भी गहराते जा रहे हैं. शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के साथ मिलकर बगावत का बिगुल फूंका और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतार दिया. अब उद्धव ठाकरे गुट में केवल 15 विधायक बचे हैं, उनमें से भी 14 विधायकों की सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है.
उद्धव पर इस समय पार्टी के अस्तित्व को बचाने का प्रेशर है जिसके लिए वो चुनाव आयोग की शरण में हैं. इन सब के बीच एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है. उद्धव गुट की ओर से संजय राउत (Sanjay Raut) लगातार शिंदे गुट और बीजेपी (BJP) पर निशाना साध रहे हैं. लेकिन इस बार संजय राउत ने बीजेपी और एकनाथ गुट पर कुछ शायराना अंदाज में हमला बोला है.
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, "फन कुचलने का हुनर भी सीखिए, सांप के खौफ से जंग नहीं छोड़ा करते." उन्होंने अपने ट्वीट के अंत "जय महाराष्ट्र" भी लिखा. संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना के जरिए भी बीजेपी और महाराष्ट्र की नई सरकार पर निशाना साधा है.
GST को लेकर कसा तंज
शिवसेना ने सामना के जरिए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सामना में लिखा है कि दैनिक इस्तेमाल की सभी चीजों पर मोदी सरकार ने जीएसटी का वार किया है. आम आदमी की रसोई में रोजाना इस्तेमाल होने वाली सभी चीजों जैसे दही, छाछ, पनीर, पैकेट बंद आटा, चीनी, चावल, गेहूं समेत सभी सामान पर पांच फीसदी जीएसटी लगाई गई है.
शिवसेना ने सामना में लिखा कि आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ाने से पहले जन की नहीं तो मन की बात सुननी चाहिए थी. जीएसटी लागू करने को लकर लिखा गया कि जब पांच साल पहले इस कर को लाया गया था, तो उस समय खुद प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया था कि रोजाना की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी नहीं लगेगी.
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