Sena Vs Sena: दशहरा रैली में शिंदे कैंप और उद्धव गुट के बीच होगा शक्ति प्रदर्शन, सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम
Maharashtra News: दोनों प्रतिद्वंद्वी गुट खुद को 'असली' शिवसेना के रूप में पेश करने की कोशिश करेंगे और पार्टी के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की विरासत पर दावा करने की कोशिश भी करेंगे.
Shiv Sena Dussehra Rallies: शिवसेना (Shiv Sena) की स्थापना के 56 साल बाद पहली बार बुधवार (5 सितंबर) को मुंबई (Mumbai) में दो दशहरा रैलियां (Dussehra Rallies) आयोजित की जाएंगी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गुटों द्वारा दो दशहरा रैलियों का आयोजन किया जाएगा. जून में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों खेमों ने अपनी-अपनी ताकत का प्रदर्शन किया.
रैलियों ने राजनीतिक हलकों में और आम नागरिकों के बीच भी गहन रुचि पैदा की है. दोनों प्रतिद्वंद्वी गुट खुद को 'असली' शिवसेना के रूप में पेश करने की कोशिश करेंगे और पार्टी के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की विरासत पर दावा करने का कोशिश भी करेंगे. उद्धव ठाकरे गुट मध्य मुंबई के दादर में ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में अपनी रैली आयोजित करेगा. वहीं शिंदे के नेतृत्व में विद्रोही समूह ने बांद्रा के एमएमआरडीए मैदान में अपना कार्यक्रम आयोजित किया है.
दोनों गुटों ने मेगा शो की तैयारियां की पूरी
दोनों खेमों ने दावा किया है कि वे बाल ठाकरे के आदर्शों को आगे ले जा रहे हैं, जो साल 2012 में अपनी मृत्यु तक शिवाजी पार्क में दशहरा रैलियों में उग्र भाषण देने के लिए जाने जाते थे. उसके बाद से उनके बेटे उद्धव ठाकरे इस रैली का आयोजन करते आए हैं. COVID-19 प्रतिबंधों के कारण दो साल के अंतराल के बाद शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित की जा रही है.
दोनों पक्षों ने दावा किया है कि उनकी रैलियों को बड़ी सफलता मिलेगी और शीर्ष नेताओं ने मेगा शो की तैयारियों पूरी कर ली है. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के शिंदे गुट और उनके पूर्व सहयोगी बीजेपी पर हमले शुरू करने की उम्मीद है, जो अब राज्य में सरकार का हिस्सा है. अपने संबोधन में, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व के रास्ते से "विचलित" करने और नवंबर में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार बनाने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ हाथ मिलाने के लिए निशाना बना सकते हैं. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ शिंदे के विद्रोह ने जून के अंत में एमवीए सरकार को गिरा दिया था.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस बीच, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं क्योंकि महानगर में दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के समर्थकों के आमने-सामने आने की संभावना है, जिससे कानून-व्यवस्था की समस्या हो सकती है. राज्य सड़क परिवहन और निजी ऑपरेटरों की हजारों बसों को प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुटों ने राज्यभर से अपने समर्थकों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए बुक किया है. शिंदे खेमे की प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने कहा कि एमएमआरडीए मैदान में होने वाली रैली में 3.5 से 4 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. शहर के बाहर से आने वालों के लिए भोजन और वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है.
मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने रैलियों में श्रमिकों को लाने वाली सैकड़ों बसों की पार्किंग के लिए आवश्यक व्यवस्था की है. एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी और उत्तरी मुंबई से समर्थकों को ले जाने वाली बसें सेनापति बापट मार्ग और कामगार मैदान के किनारे खड़ी होंगी, जबकि नवी मुंबई और ठाणे से आने वाली बसों को फाइव गार्डन, नथालाल पारेख मार्ग, एडनवाला रोड पर खड़ा किया जाएगा.
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