Maharashtra: 'उद्धव ठाकरे और शिवसेना का डर दिखाई दे रहा है...' गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर संजय राउत का पलटवार
Maharashtra Politics: सांसद संजय राउत ने गृह मंत्री अमित शाह के नांदेड़ वाले बयान पर पलटवार किया है. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना का दबदबा अभी भी बरकरार है.
Shivsena Uddhav Balasaheb Thackeray: शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने रविवार (11 जून) को गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार किया. राउत ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नांदेड़ में उद्धव ठाकरे पर दिया गया भाषण दिखाता है कि बीजेपी अब भी उद्धव ठाकरे से डरी हुई है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना का दबदबा बरकरार है.
गृह मंत्री शाह ने शनिवार (10 जून) को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए उनसे सवाल किया था, "उद्धव ठाकरे से पूछता हूं कि कर्नाटक में जिसकी सरकार बनी है वह वीर सावरकर को इतिहास की किताबों से मिटाना चाहती है. क्या आप इससे सहमत हैं?"
मातोश्री का प्रभुत्व अभी भी बरकरार है
इसके साथ ही अमित शाह ने महा विकास अघाड़ी यानी MVA (शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी) के गठबंधन पर भी निशाना साधा था. संजय राउत ने कहा, "नांदेड़ रैली में अमित शाह के अपने 20 मिनट के भाषण में कम से कम सात मिनट उद्धव ठाकरे पर हमला बोला. इसका मतलब है कि मातोश्री का प्रभुत्व अभी भी बरकरार है. शिवसेना पार्टी को तोड़ा गया और उसका नाम और चुनाव चिह्न गद्दारों को दे दिया गया. इसके बाद भी उनमें ठाकरे और शिवसेना का डर दिख रहा है, यह डर अच्छा है."
बीजेपी अब भी उद्धव ठाकरे से डरती है
राज्य सभा सांसद राउत ने कहा कि शिवसेना के चुनाव चिह्न और नाम को एकनाथ शिंदे खेमे के 'गद्दारों' को दिए जाने के बावजूद बीजेपी अब भी उद्धव ठाकरे से डरती है. बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने नांदेड़ रैली में मुस्लिम आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि बीजेपी का मानना है कि मुस्लिम आरक्षण नहीं होना चाहिए क्योंकि यह संविधान के खिलाफ है. धर्म आधारित आरक्षण नहीं होना चाहिए. शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे इस पर अपना रुख स्पष्ट करें.
उद्धव जी आप दो नांव में पैर नहीं रख सकते...
शाह ने रविवार को कहा था कि "मैं नांदेड की जनता से पूछता हूं कि महान देशभक्त, बलिदानी आदमी वीर सावरकर का सम्मान होना चाहिए या नहीं होना चाहिए? उद्धव जी आप दो नांव में पैर नहीं रख सकते... उद्धव जी कहते हैं कि हमने इनकी सरकार तोड़ी. हमने इनकी सरकार नहीं तोड़ी. शिवसैनिकों ने आपकी नीति विरोधी बातों से तंग आकर आपकी पार्टी छोड़ी."