"द कश्मीर फाइल्स" के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री द्वारा अपनी अगली फिल्म "द दिल्ली फाइल्स" के निर्माण की घोषणा करने के कुछ दिन बाद महाराष्ट्र सिख एसोसिएशन ने सोमवार को कहा कि फिल्मकारों को "समाज की शांति भंग करने से बचना चाहिए." अग्निहोत्री ने बीते सप्ताह अपनी नई फिल्म के निर्माण की घोषणा की थी. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि फिल्म 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे पर आधारित होगी लेकिन अभी तक निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने अपनी अगली फिल्म की स्क्रिप्ट की पुष्टि नहीं की है.
महाराष्ट्र सिख एसोसिएशन ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि वह "रचनात्मक अभिव्यक्ति और व्यक्तिगत लाभ के लिए सिख दंगों जैसी मानवीय त्रासदी का व्यवसायीकरण करने का कड़ाई से विरोध करता है." इस पर अग्निहोत्री ने कहा कि एक फिल्मकार के रूप में उन्हें खुद को व्यक्त करने का और उनकी अंतरात्मा जिस प्रकार उन्हें दिशा देती है वैसी फिल्म बनाने का अधिकार है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने फिल्म के सबजेक्ट का खुलासा अभी नहीं किया है.
अपने मुताबिक बनाऊंगा फिल्म: अग्निहोत्री
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता यह कौन सा संगठन है. मैं एक भारतीय हूं, मैं एक संप्रभु देश में रहता हूं, जिसने मुझे यह अधिकार दिया है कि मैं जिस तरह खुद को व्यक्त करना चाहूं, कर सकता हूं. मैं वह बनाऊंगा जो मैं बनाना चाहता हूं, जो मेरी अंतरात्मा कहती है. मैं किसी संगठन या किसी का सेवक नहीं हूं."
नहीं हुआ फिल्म के सबजेक्ट का खुलासा
अग्निहोत्री ने कहा, "मैंने अभी यह खुलासा तक नहीं किया है कि मैं क्या बनाने जा रहा हूं, क्यों बनाने जा रहा हूं. लोग कयास लगा रहे हैं, जो वो कर सकते हैं, लेकिन अंत में सीबीएफसी को यह तय करना है कि मैं किस तरह की फिल्म बनाऊंगा और उसे रिलीज करना चाहिए या नहीं."
महाराष्ट्र सिख एसोसिएशन खुद को राज्य में सिख समुदाय का सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेल और धार्मिक कार्य करने वाला संगठन बताता है. संगठन की ओर से कहा गया कि अग्निहोत्री को "द कश्मीर फाइल्स" से उपजे "विवाद और प्रचार से बल मिला है" और अब वह 1984 के दंगों जैसी मानवीय त्रासदी का व्यवसायीकरण करना चाहते हैं.
इसे भी पढ़ेंः
दिल्ली ऑटो-टैक्सी यूनियन ने 19 अप्रैल की हड़ताल को किया स्थगित, नितिन गडकरी से करेंगे मुलाकात