Brihanmumbai Municipal Corporation Guidelines: देश में अप्रैल महीने में भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है. देश के कई राज्यों में तापमान 36 डिग्री के पार पहुंच चुका है जिसके चलते लोग हीट वेव का सामना कर रहे हैं. हीट वेव को गंभीर रूप से देखा जा रहा है क्योंकि इससे कई तरह की शारीरिक समस्याएं पैदा होती हैं. लू लगना समेत हीट स्ट्रोक जो कई बार जानलेवा साबित हो सकता है.


महाराष्ट्र में अब तक लू लगने और हीट स्ट्रोक से 14 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बढ़ती गर्मी से बचने के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. 


आइये पढ़ते हैं क्या हैं वो...



  • प्यास न लगने पर भी पर्याप्त पानी पिएं.

  • हल्के-हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें. धूप में निकलते समय सुरक्षात्मक चश्में, छाता/टोपी, जूते या चप्पल का प्रयोग करें.

  • यात्रा के दौरान अपने साथ पानी और प्याज रखें.

  • शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय (ठंडे पेय) से बचें क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेड करते हैं.

  • अधिक प्रोटीन वाले भोजन से परहेज करें और बासी भोजन का सेवन न करें.

  • अगर आप बाहर काम कर रहे हैं तो टोपी या छाते का उपयोग करें. हो सके तो सिर और चेहरे को किसी बड़े सूती कपड़े से ढक लें.

  • अपने सिर, गर्दन, चेहरे और अंगों पर भी एक नम कपड़े का प्रयोग करें.

  • बच्चों या पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़ें.

  • अगर आप कमजोर या बीमार महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.

  • नियमित रूप से घर का बना पेय जैसे ओआरएस, लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी पिएं. ये शरीर को फिर से हाइड्रेट करने में मदद करता है.

  • अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे, शटर या सनशेड का प्रयोग करें और रात में खिड़कियां खुली रखें.

  • पंखे, गीले कपड़े और बार-बार ठंडे पानी से नहाने का प्रयोग करें.


हीट स्ट्रोक से प्रभावित व्यक्ति के इलाज के लिए सुझाव...



  • व्यक्ति को ठंडे स्थान पर, छाया में रखें. उसे गीले कपड़े से पोछें/शरीर को बार-बार धोएं. सामान्य तापमान का पानी सिर पर डालें. मुख्य बात उसके शरीर के तापमान को कम करना है.

  • व्यक्ति को 'ओआरएस' पीने को दें या नींबू का शरबत/तोरानी या जो भी शरीर को 'रिहाइड्रेट' करने के लिए उपयोगी हो, पिलाएं.

  • व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं. हमेशा ध्यान रखें कि हीट स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है और इसके लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है.


यह भी पढ़ें.


Coronavirus India: बच्चों में बढ़ रहा है कोरोना वायरस का संक्रमण, डॉक्टर से जानें- इसके लक्षण और क्या हो सकते हैं एहतियाती कदम