TET Scam: Maharashtra राज्य शिक्षा परिषद के कमिश्नर तुकाराम सुपे सस्पेंड, घर से मिले करोड़ों रुपये-गहने, फडणवीस बोले- CBI करे जांच
Maharashtra TET Scam: टीईटी परीक्षा घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर की है.
TET Exam Scam: शिक्षा पात्रता परीक्षा ( TET) घोटाले में गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र राज्य शिक्षा परिषद (MSCE) के आयुक्त तुकाराम सुपे को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है. सुपे के घर हुई छापेमारी के दौरान करीबन 1.5 करोड़ रुपये नगद और कई किलो सोना जब्त किया गया था.
जानकारी के मुताबिक टीईटी परीक्षा में 800 उम्मीदवारों के नंबर बढ़ाने के लिए राज्य शिक्षा परिषद के आयुक्त तुकाराम सुपे और शिक्षा विभाग के तकनीकी सलाहकार अभिषेक सावरीकर को 4 करोड़ 20 लाख रुपये दिए जाने की जानकारी पुलिस को मिली थी. इसमें से करीब 1 करोड़ 70 लाख रुपये तुकाराम सुपे को मिले थे.
फडणवीस ने सीबीआई जांच की मांग की
टीईटी परीक्षा घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर की है. फडणवीस ने अपने पत्र में कहा कि लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले असली गुनहगारों को अगर पकड़ना है तो इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए. इन घोटालों की किताब मंत्रालय तक है. इसकी कलई खुली होगी तो जांच सीबीआई से कराने की जरूरत है वरना वसूली का एक और मामला फिर से पुलिस फाइल में दबकर रह जाएगा.
कहां-कहां छुपाए गए थे पैसे
छापेमारी में छुपाए गए नगद और सोने की बरामदगी कड़ी पूछताछ के बाद हुई. आरोपी ने पैसों से भरे दो में से एक बैग अपनी बेटी के पास छुपाया था. जबकि दूसरा बैग दामाद के दोस्त के घर रखा था. इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने बेटी कोमल पाटिल और दामाद नितिन पाटिल से सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान दामाद नितिन पाटिल ने बताया कि उनके दोस्त विपिन के फ्लैट पर एक बैग रखा हुआ है. इन दो बैग से एक करोड़ 58 लाख के करीब कैश बरामद हुआ है. इसके अलावा एक सूटकेस में प्लास्टिक के बैग में गहनों के 44 डिब्बे भी मिले हैं.
विधानसभा सत्र में गूंजेगा परीक्षा भर्ती घोटाला
बुधवार से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष सरकार को परीक्षा भर्ती घोटाले मामले में घेरने के लिए तैयार है. फडणवीस पहले ही मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग कर चुके हैं. जानकारी के मुताबिक कुछ दस्तावेजों और सबूत सामने रखकर तार मंत्रालय तक जुड़े होने का खुलासा फडणवीस विधानसभा में कर सकते हैं.