Thane Football Match: देश में चल रहे चुनावी माहौल के बीच इन दिनों हिजाब विवाद (Hijab Row) पर बहस छिड़ी हुई है. कुछ लोग शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पर पाबंदी की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं. फिलहाल यह मामला कर्नाटक हाईकोर्ट में है. यह मामला कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुआ था, जहां एक संस्थान ने हिजाब पहनने वाली छात्राओं को एंट्री देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद काफी बवाल हुआ और सरकार ने कई दिनों तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने का फैसला किया था. हालांकि अब 10वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं, जबकि बुधवार से प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज और अन्य कॉलेज खोल दिए जाएंगे. इसी बीच एक मामला ठाणे से सामने आया है.
मुंबई से सटे ठाणे में हिंदू-मुस्लिम एकता को खेल के जरिए दर्शाया जा रहा है. ठाणे के मुंब्रा इलाके की हिंदू- मुस्लिम लड़कियां बीते 5 साल से फुटबॉल खेल रही हैं. एक तरफ जहां मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर फुटबॉल खेल रही हैं, तो दूसरी तरफ हिंदू लड़कियां भी काले दुपट्टे में मुस्लिम लड़कियों के साथ फुटबॉल खेल रही हैं. ठाणे का यह खेल अब सुर्खियां बन गया है.
सबा शेख जो इन लड़कियों को प्रशिक्षित करती हैं, उनका कहना है कि, “बीते 5 साल से हम लोग रोज ही इस तरीके से खेल खेलते हैं. खेलते समय हमने आपस में कभी भी हिंदू मुस्लिम धर्म को बीच में नहीं लाया.” फुटबॉल खेल रही लड़कियों का कहना है कि “हम लोग साथ साथ रहना चाहते हैं. हिंदू लड़कियों का मानना है कि हिजाब पहनना मुस्लिम लड़कियों का अधिकार है. उनका अपना मत है. ऐसे में हम सभी हिजाब पाबंदी के समर्थन में नहीं हैं.
चुनावी राज्यों में नेता हिजाब वाले मुद्दे को पूरी तरीके से भुनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. हिजाब को लेकर अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के द्वारा बयान दिए जा चुके है. इतना ही नहीं देश में नेताओं के अलावा विदेशों में भी हिजाब मामले ने खूब सुर्खियां बटोरीं. हालांकि कर्नाटक में मामला अभी हाईकोर्ट के अधीन है. शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर पाबंदी लगेगी या मुस्लिम छात्राओं को छूट दी जाएगी इसका निर्णय होना बाकी है.
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