महाराष्ट्र में कोरोना के पॉजिटिव मामलों की संख्या एक लाख के पार, 24 घंटे में सामने आए 3493 नए केस
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक इस वायरस की वजह से महाराष्ट्र में 3717 लोगों की मौत हो चुकी है. शुक्रवार को 127 लोगों की जान चली गई.
मुंबई: देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में पॉजिटिव मामलों की संख्या शुक्रवार को एक लाख के आंकड़े को पार कर गई. शुक्रवार को राज्य में पिछले 24 घंटे में 3493 नए केस सामने आए हैं. नए मामलों के सामने आने के साथ ही यहां पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 101141 हो गई है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि शुक्रवार को 127 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई है. विभाग के मुताबिक अब तक राज्य में 3717 लोगों की जान जा चुकी है.
इसके अलावा ये भी जानकारी दी गई कि अब तक 47,793 लोग इलाज के बाद पूरी तरह से रिकवर होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. शुक्रवार को 1718 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे भी कोरोना से संक्रमित
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे की कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, लेकिन उनमें इस रोग के लक्षण नहीं हैं और उनकी उनकी हालत स्थिर है. जन स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को यह बताया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता मुंडे इस हफ्ते की शुरूआत में राज्य सचिवालय में मंत्रिमंडल की एक बैठक में शामिल हुए थे और उन्होंने यहां दो दिन पहले पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था.
वह कोरोना वायरस से संक्रमित हुए राज्य के तीसरे मंत्री हैं. इससे पहले, अशोक चव्हाण (कांग्रेस) और जितेंद्र अव्हाड (एनसीपी) के भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. हालांकि ये दोनों मंत्री अब इस रोग से उबर चुके हैं. यह पूछे जाने पर कि मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल क्या अन्य लोगों की भी जांच होगी, टोपे ने कहा कि दोनों मौकों पर सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किया गया था. टोपे ने कहा कि यदि किसी को संदेह (संक्रमित होने का) है या इस रोग के लक्षण नजर आ रहे हैं तो भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) दिशानिर्देशों के मुताबिक उनकी जांच कराई जानी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सच है कि उनकी (मुंडे की) कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनमें इस रोग के लक्षण नहीं हैं, लेकिन सांस लेने की थोड़ी समस्या है.’’कोरोना के इलाज में फैली अव्यवस्था पर SC ने जताई चिंता, शवों के गरिमापूर्ण रखरखाव पर भी मांगा जवाब