मुंबई: उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एसयूवी से विस्फोटक मिलने के मामले के बाद महाराष्ट्र में अब सियासी घमासान मचा हुआ है. ट्रांस्फर पोस्टिंग विवाद में अब पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत बीजेपी के कई बड़े नेताओं का दल थोड़ी देर में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल पूरे मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री से मांग सकते हैं. इससे पहले कल शाम राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी.


ट्रांस्फर पोस्टिंग विवाद की जांच CBI से कराई जाए- फडणवीस


ट्रांस्फर पोस्टिंग विवाद को लेकर देवेन्द्र फडणवीस ने कल दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात की और महाराष्ट्र पुलिस में तबादलों संबंधी कथित भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की मांग की. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह सचिव ने मुझसे कहा कि वह दस्तावेजों और सबूत की पड़ताल करेंगे और केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी जो उचित कार्रवाई करेगी.’’


देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा वसूली संबंधी आरोप लगाए जाने के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की जांच में कोरोना की पुष्टि होने के बाद उनके क्रियाकलाप के बारे में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को सही सूचना नहीं दी गई. उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में महा विकास आघाडी सरकार ने राज्य के खुफिया विभाग की एक ठोस रिपोर्ट पर ‘‘कार्रवाई नहीं की जिसमें पुलिस अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति में भ्रष्टाचार के संबंध में हुई बातचीत का ऑडियो था.



परमबीर सिंह की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई


मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. परमबीर सिंह की मांगों पर जस्टिस संजय किशन कौल और आर सुभाष रेड्डी की बेंच में सुनवाई होगी. परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही परमबीर सिंह ने खुद के ट्रांसफर पर रोक लगाने की मांग भी की है. अगर सुप्रीम कोर्ट परमबीर सिंह के ट्रांसफर पर रोक लगा देती है तो इससे महाराष्ट्र सरकार की बहुत फजीहत हो सकती है.


वाजे की हिरासत मांगेगी एटीएस


महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने कहा है कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में ‘‘प्रमुख आरोपी’’ है और उसकी हिरासत मांगने के लिए यहां एनआईए अदालत से संपर्क किया जाएगा. एटीएस प्रमुख जयजीत सिंह ने कहा कि मामले में और भी लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं. वाजे 25 मार्च तक राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की हिरासत में है. उस वाहन में जिलेटिन की छड़ें थीं.


यह भी पढ़ें-


One Year of Lockdown: कोरोना के आतंक से जीवन थमा, बदला और फिर चला | पिछले साल में क्या-क्या हुआ?


बिहार विधानसभा में हंगामे को राहुल गांधी ने बताया लोकतंत्र का चीरहरण, बोले- मुख्यमंत्री RSS/BJP मय हो चुके हैं