मुंबई: मुंबई के नजदीक महाराष्ट्र के पालघर जिले में आए दिन भूकंप के झटके महसूस किए जाते है. भूकंप से बचने के लिए स्थानीय लोगों को अलग-अलग तरीके बताए जा रहे हैं. पालघर जिला प्रशासन ने यहां के लोगों को भूकंप से बचने के लिए ट्रेनिंग दी. इस ट्रेनिंग के तहत खतरे से निपटने के लिए चौंकाने वाले तरीके भी सिखाए गए. ट्रेनिंग के दौरान बच्चों को आग की लपटों से सुरक्षित निकलना सिखाया गया.


पालघर के तलासरी और दहाणू इलाके में भूकंप के झटके ज्यादा आते हैं और यह इलाका आदिवासी बहुल माना जाता है. इसी इलाके के एक स्कूल में जिला प्रशासन की टीम स्कूल के बच्चों को ट्रेनिंग देने पहुंची. इस स्कूल में जमीन पर  न्यूज पेपर बिछाया गया. पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई गई और स्कूली बच्चों को आग की लपटों के बीच से निकाला गया. पहले तो आग देखकर बच्चे चिल्लाने लगे लेकिन एक्सपर्ट्स की निगरानी में इन बच्चों को आग की लपटों के बीच बिना डरे निकलना सिखाया गया. अपने साथी दोस्तों को आग से निकलते देख दूसरे बच्चों में भी आत्मविश्वास आया और वो भी आग की लपटों से निकलने लगे.


जानकारी के मुताबिक 600 से अधिक बच्चों को अलग-अलग सरकारी स्कूलों में ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग देने वाले अधिकारियों का कहना है कि भूकंप के बाद कई बार आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं ऐसे में आग के बीच से भी सुरक्षित निकला जा सकता है. इसकी ट्रेनिंग दी गई है. ट्रेनिंग देने के दौरान एक्सपर्ट मौजूद थे जो किसी भी हालात से निपट सकने में सक्षम हैं. बच्चों को भूकंप में घायल हुए लोगों को कैसे बगैर स्ट्रेचर के ले जाया जाए, कैसे लोगों को बचाया जाए, इसकी ट्रेनिंग भी दी गई.


पालघर जिले में आए दिन भूकंप के झटके आते रहते हैं. इस जिले में आए दिन भूकंप क्यों आते रहते हैं, इस बात का पता तो अभी तक नहीं चल पाया है. भू-गर्भ वैज्ञानिक उसकी जांच में भी जुटे हैं. हालांकि अभी तक इन झटकों के जान माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इस जिले के लोगों में भूकंप की दहशत बनी रहती है. अब जिला प्रशासन लोगों में सावधानी के लिए जागरुकता अभियान और ट्रेनिंग देने में जुट गया है.


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