महाराष्ट्र में 24 घंटे में कोरोना के 15229 केस की पुष्टि, 18 जिलों में अनलॉक पर यू टर्न
आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेत्तिवार ने कहा था कि 18 जिलों में शुक्रवार से सभी प्रकार की पाबंदियों को हटा लिया जाएगा. इसपर सरकार ने सफाई दी है.
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना के नए मामलों में कमी का सिलसिला जारी है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 15,229 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है और 307 मरीजों की मौत हुई है. इतने ही समय में 25,617 मरीज ठीक हुए हैं.
राज्य में अब तक 57,91,413 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 97,394 मरीजों की मौत हुई है. 54,86,206 मरीज संक्रमण से उबरे हैं. इस समय 2,04,974 मरीजों का इलाज चल रहा है. महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 15,169 नए मामले आए थे.
कोरोना के कम होते केस को देखते हुए गुरुवार को आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेत्तिवार ने कहा कि शुक्रवार से राज्य के 18 जिलों में कोविड-19 संबंधी पाबंदियों में ढील दी जाएगी.
उनके इस बयान के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा है कि डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रस्ताव विचाराधीन है. बयान में कहा गया है कि अब तक महाराष्ट्र के कई ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण कम नहीं हुआ है. ब्रेक द चैन के तहत प्रतिबंध धीरे धीरे कम किए जा रहे हैं लेकिन कहीं पर भी लॉकडाउन खत्म नहीं हुआ है.
डिजास्टर विभाग की ओर से ढील देने के संबंध में पांच लेवल तय करने का प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन है. जिला स्तर के आकड़ों का जायजा लेने के बाद विस्तृत रूप से सूचना राज्य सरकार द्वारा जारी की जाएगी.
आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेत्तिवार ने क्या कहा था?
आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक के बाद मंत्री ने गुरुवार को कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए अप्रैल में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगायी गई थीं. उन्होंने कहा कि राज्य के 18 ऐसे जिलों में अब पाबंदियों में ढील दी जाएगी जहां संक्रमण की दर पांच प्रतिशत अथवा उससे कम है और अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुविधा वाले 75 प्रतिशत बिस्तर खाली हों.
जिन 18 जिलों में पाबंदियों में ढील दी जाएगी उनमें औरंगाबाद, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, धुले, गढ़चिरौली, गोंदिया, जलगांव, जालना, लातूर, नागपुर, नांदेड़, नासिक, यवतमाल, वाशिम, वर्धा, परभणी और ठाणे शामिल हैं. मंत्री ने कहा था कि इन जिलों में शुक्रवार से सभी प्रकार की पाबंदियों को हटा लिया जाएगा.
मुंबई में आंशिक रूप से पाबंदियों में ढील दी जाएगी, लेकिन मायानगरी की लाइफलाइन कही जाने वाले लोकल ट्रेन सेवा को अभी फिलहाल आम लोगों के लिए नहीं खोला जाएगा.