ठाणे जिले में पानी की भारी किल्लत से परेशान शख्स कर चुका है तीन-तीन शादियां
मुबंई से 150 किलोमीटर दूर ठाणे जिले के डेंगेमल गांव में पीने के पानी की परेशानी के चलते एक शख्स ने एक-दो नहीं तीन-तीन शादियां की है. ताकि दो बीवियां दिनभर पानी लाएं और तीसरी घर का कामकाज संभाले.
ठाणे: पानी की समस्या दूर करने के लिए क्या कोई शख्स तीन-तीन शादियां कर सकता है? ताकि दो बीवियां दिनभर पानी लाएं और तीसरी घर का कामकाज संभाले. विश्वास नहीं होता है न? लेकिन मुबंई से 150 किलोमीटर दूर ठाणे जिले के डेंगेमल गांव की हकीकत है. पीने के पानी की परेशानी के चलते इस गांव के एक शख्स ने एक-दो नहीं तीन-तीन शादियां की है.
सकाराम भगत नाम के शख्स के घर जब एबीपी न्यूज़ संवाददाता पहुंचे तो भगत अपनी दो बीवियों के साथ घर पर थे. तीसरी बीवी बाजार समान लेने गई थी. 66 साल के सकाराम भगत की मानें तो पहले गांव में पानी की बहुत दिक्कत थी. गांव की महिलाओं को करीब तीन किलोमीटर दूर इस कुआं से पानी लाना पड़ता था. सकाराम की एक पत्नी जब पानी लेने चली जाती थी. तब घर का कोई भी दूसरा काम नहीं हो पाता था. इस वजह से सकाराम ने तीन-तीन शादियां कर ली.
आजादी के सात दशक बाद भी सकाराम की दो पत्नियों का पूरा दिन पानी लाने में ही गुजर जाता है. तीसरी दिनभर घर की कामकाज संभालती है. बूढ़ी हो जाने के बावजूद घर की प्यास मिटाने के लिए दो पत्नियों को रोजाना कई किलोमीटर पैदल चलकर कुआं से पानी लाना पड़ता है.
डेंगेमल गांव तक चकाचक सड़क और बिजली पहुंच गई है. लेकिन पानी की भारी किल्लत है. लोगों का कहना है कि हमारे इलाकों में सरकार ने पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं किया. थक-हारकर लोगों ने गांव में ये कुआं तो खोद दिया. लेकिन समस्या खत्म नहीं हुई. कुआं में पानी भरने के लिए कई किलोमीटर दूर से दूसरे कुआं से हफ्ते में दो दिन पानी भरा जाता है. जो पीने लायक नहीं रहता. घर के दूसरे कामकाज और मवेशियों को पिलाने के काम में आता है.