महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री और एनसीपी के नेता धनंजय मुंडे फिर एक बार विवादों में हैं. इस बार एक महिला ने उनपर शादी का झांसा देकर बलात्कार करने और डराने धमकाने का आरोप लगाया है. वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब मुंडे सुर्ख़ियों में रहे हों. इससे पहले भी उनको लेकर विवाद हो चुके हैं.
दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे हैं धनंजय
धनंजय मुंडे भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे हैं. अपने सियासी करियर की शुरुआत मुंडे ने बीजेपी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़कर की थी. साल 2012 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी और एनसीपी से जुड़ गए. 2014 में उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया गया. उसी साल उन्होंने विधान सभा का चुनाव भी लड़ा लेकिन अपनी चचेरी बहन और गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा से चुनाव हार गए. 2019 में बीड की परली सीट से उनका मुक़ाबला फिर एक बार पंकजा मुंडे से हुआ और इस बार वे चुनाव जीत गए.
बहन के खिलाफ बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था
अपनी बहन के ख़िलाफ़ चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कथित तौर पर एक ऐसा बयान दिया जिससे विवाद खड़ा हो गया. उनके बयान का वीडीयो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इसके बाद बीजेपी के एक नेता ने उनके ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी. मुंडे के ख़िलाफ़ मानहानि और महिला से अभद्र व्यवहार का मामला दर्ज किया गया.चुनाव आयोग से भी इस मामले की शिकायत की गयी. हालांकि धनंजय मुंडे ने वीडियो पर सफ़ाई देते हुए कहा कि उनके बयान के साथ छेड़छाड़ हुई है और वीडीयो को एडिट किया गया है.
उद्धव ठाकरे सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं
चुनाव जीतने के बाद उन्हें महाराष्ट्र की महाविकास गठबंधन सरकार में कैबिनेट दर्जे का मंत्री बनाया गया. मुंडे उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के करीबी माने जाते हैं. साल 2019 में जब एक दिन सुबह-सुबह अजीत पवार ने पार्टी से बग़ावत करके देवेंद्र फड़नवीस के साथ मंत्रिपद की शपथ ले ली थी तब उस साज़िश में धनंजय मुंडे की भी भूमिका मानी गयी. जिन 12 विधायकों को शपथ दिलाते वक्त राज भवन ले ज़ाया गया था उन्हें पहले धनंजय मुंडे के सरकारी बंगले पर बुलाया गया था. बग़ावत के बाद जब शरद पवार ने बाग़ियों के ख़िलाफ़ दल बदल क़ानून के तहत कार्रवाई की धमकी दी तो एक-एक कर सभी विधायक वापस पार्टी में लौट आए जिनमे धनंजय मुंडे भी शामिल थे.
मुंडे पर आरोप लगाने वाली महिला पर ही लग रहे आरोप
ताज़ा विवाद के बारे में मुंडे का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला की बहन के साथ उनके रिश्ते थे और उसके बच्चों को मुंडे ने अपना नाम भी दिया है. मुंडे के मुताबिक़ पूरा मामला अदालत में है और उनको ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही थी. उधर महिला के आरोपों को बीजेपी सियासी तौर पर एनसीपी के ख़िलाफ़ भुना पाती इससे पहले ही कृष्णा हेगड़े नाम के बीजेपी नेता ने ही आरोप लगा दिया कि इस महिला ने कुछ वक्त पहले उन्हें भी हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की थी. इसके बाद राज ठाकरे की पार्टी मनसे के एक नेता भी सामने आए और इस महिला पर हनी ट्रैप के ज़रिए ब्लैक मैल की कोशिश का आरोप लगाया.
बीजेपी ने ज्वाइंट कमिश्नर के पवार के घर जाने पर उठाई आपत्ति
महिला की शिकायत पर फ़िलहाल मुंबई पुलिस ने कोई एफ़ाइआर दर्ज नहीं की है लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि मुंडे पर लगे आरोप गम्भीर हैं और अपनी पार्टी से चर्चा के बाद वे कोई फ़ैसला लेंगे. मामले की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए पवार ने मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिशनर विश्वास नागरे पाटिल को अपने घर बुलाया जिस पर अलग विवाद खड़ा हो गया. बीजेपी ने पाटिल के पवार के घर जाकर उन्हें जानकारी देने पर आपत्ति जताई और पूछा कि वे पवार के घर क्यों गए. क्या पवार राज्य के मुख्यमंत्री या गृहमंत्री हैं. बीजेपी ने पाटिल को बर्खास्त करने की मांग की है.
ये भी पढ़ें
Army Day 2021: नरवणे का चीन को करारा जवाब, कहा- न लें भारतीय सेना के धैर्य की परीक्षा, बेकार नहीं जाएगी गलवान के जवानों की शहादत
राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा अभियान की शुरुआत, राष्ट्रपति कोविंद ने दिया पांच लाख रुपये का चेक