मुंबई: देशभर में कोरोना के खिलाफ बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत 1 मई से हो रही है. एक मई से देश के अलग अलग राज्यों में 18 से 45 साल के लोगों को टीका लगना शुरू हो जाएगा. दिल्ली, यूपी, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों ने मुफ्त वैक्सीन लगवाने का वादा किया है. इस बीच महाराष्ट्र में मुफ्त वैक्सीन लगेगी या नहीं इसे लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है.


2 दिनों पहले एनसीपी प्रवक्ता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने वैक्सीन मुफ्त देने की बात कही थी लेकिन इसे लेकर अभी संशय बना हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि वैक्सीन के संबंध में उनके मंत्रालय की ओर से कैबिनेट में प्रस्ताव भेजा गया है. कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री इसे लेकर सही फैसला लेंगे. हालांकि सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सरकार द्वारा लोगों को पूरी तरह से मुफ्त वैक्सीन देने की उम्मीद कम ही है. आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में इसे लेकर तस्वीर साफ होने की उम्मीद है.


महाराष्ट्र में टीकाकरण पर संशय के बादल
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि महाराष्ट्र में अगर इस अभियान को शुरू करना है तो करीबन साढ़े बारह करोड़ डोज की जरूरत होगी. स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को पत्र लिखकर टीके की उपलब्धता चरणबद्ध तरीके से करने की विनती की है. 


इसके जवाब में भारत बायोटेक ने कहा है कि आने वाले छह महीने में महाराष्ट्र को 85 लाख डोज़ उपलब्ध करवा देंगे. मई महीने में पांच लाख डोज़ देने की तैयारी है. इसके बाद वैक्सीन की क्षमता सितंबर तक बढ़ाकर बीस लाख डोज़ की जाएगी. वहीं सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है.


स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ''महाराष्ट्र में 18 साल से ऊपर पांच करोड़ लोग हैं. एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण के लिए हमें 12 करोड़ वैक्सीन चाहिए. हमने भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट को पत्र लिखकर अपनी मांग बतायी है.''