मुंबई: महाराष्ट्र में किसानों के आंदोलन का आज छठा दिन है. आज भी मुंबई की दादर मंडी में पहले की तुलना में काफी कम मात्रा में सब्जियां आईं. यहां की मंडी में ज्यादातर सब्जियां नासिक से आती हैं. किसानों की हड़ताल की वजह से सब्जियां बाजार में नहीं पहुंच पा रही हैं इसलिए उनके दाम बढ़ गए हैं.
कल किसानों ने महाराष्ट्र बंद बुलाया था. अब खबर ये है कि दो दिन बाद आठ जून के बाद ये आंदोलन और देज हो जाएगा, क्योंकि इस आंदोलन को नई दिशा देने के लिए किसान नेता राजू शेट्टी के नेतृत्व में बनाई गई नई कमेटी परसों नासिक में महासभा करेगी और आगे का रास्ता तय करेगी.
किसानों ने आगजनी और दूध बहाकर दिखाया अपना गुस्सा
आंदोलन के पांचवें दिन महाराष्ट्र में किसानों ने अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन किया. किसानों ने आगजनी और दूध बहाकर अपना गुस्सा दिखाया. पुणे में महाराष्ट्र बंद का असर साफ दिखा. राज्य में किसानों की महाहड़ताल से सब्जी, फल और दूध की किल्लत हो रही है. इनके दाम भी बढ़ते जा रहे हैं.
आखिर कैसे हुई 6 दिन से चल रहे किसान आंदोलन की शुरुआत
अहमदनगर के पुणतांबा गांव में इस आंदोलन की नींव पड़ी थी. इसी साल 22 मार्च को गांव के डॉ धनंजय दनवटे, धनंजय जाधव, धनंजय धोरडे ने प्रस्ताव दिया था कि किसान भी डॉक्टर, टीचर की तरह हड़ताल पर क्यों नहीं जा सकते. तीनों के प्रस्ताव को गांव के किसानों ने माना और आज उनके प्रस्ताव ने पूरे महाराष्ट्र में आंदोलन का रूप ले लिया.
महाराष्ट्र में आंदोलन के लेकर किसानों के दो गुट बनने का भी दावा किया जा रहा है. बीते शुक्रवार को सीएम देवेंद्र फडणवीस ने किसानों के एक गुट से बात की थी, जिसके बाद दावा किया जा रहा था कि किसानों की महाहड़ताल खत्म हो गई है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. किसान अब भी हड़ताल पर हैं.
मध्य प्रदेश में भी हैं महाराष्ट्र जैसे हालात
महाराष्ट्र जैसे हालात मध्य प्रदेश में भी हैं. पांच बार लगातार केंद्र सरकार से कृषि कर्मण अवार्ड हासिल करने वाले एमपी में भी दो जून से किसान आंदोलन कर रहे हैं. राज्य के मंदसौर में आंदोलनकारी किसान और व्यापारी के बीच झड़प हो गई.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किसानों का मनाने के लिए कई ऐलान किए हैं, सवाल है कि सरकार के एलान के बावजूद अन्नदता संतुष्ट क्यों नहीं हैं, आखिर सरकार उनकी मांग क्यों नहीं सुन पा रही है.