मुंबई: शिवसेना के लिए आज का दिन एतिहासिक है. पहली बार ठाकरे परिवार से चुनाव लड़ने जा रहे पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे आज पर्चा भरेंगे. आदित्य ठाकरे मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. शिवसेना के मौजूदा विधायक सुनील शिंदे आदित्य के लिए अपना स्थान खाली करेंगे.


वर्ली शिवसेना की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक


बता दें कि वर्ली को शिवसेना की सबसे सुरक्षित विधानसभा सीटों में से एक समझा जाता है, इसलिए आदित्य की उम्मीदवारी को अंतिम रूप दिया गया है. एनसीपी के पूर्व नेता सचिन अहीर हाल में शिवसेना में शामिल हुए थे जो आदित्य ठाकरे की जीत को आसान बना सकते है.


आदित्य को मिला चाचा राज ठाकरे का साथ


खबर है कि आदित्य ठाकरे के चाचा और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने बड़ा फैसला लिया है. जिस वर्ली विधानसभा सीट से से आदित्य ठाकरे सियासी समर में उतर रहे हैं, उस सीट पर एमएनएस अपनी उम्मीदवार नहीं उतारेगी. राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने कल महाराष्ट्र विधानसभा उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की. इसमें वर्ली से विधानसभा उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.


1966 में हुई थी शिवसेना की स्थापना


गौरतलब है कि दिवंगत बाल ठाकरे की तरफ से साल 1966 में शिवसेना की स्थापना किये जाने के बाद से ठाकरे परिवार से किसी भी सदस्य ने कोई चुनाव नहीं लड़ा है या वे किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं रहे है. उद्धव के चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने 2014 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा जताई थी, हालांकि उन्होंने बाद में अपना मन बदल लिया था.


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