नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि इसे रोकने के लिए सभी देशों ने लॉकडाउन का एलान कर रखा है. ऐसे में भारत में जहां पहले 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का एलान किया गया था तो वहीं अब इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है. लॉकडाउन से सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना अगर कोई कर रहा है तो वो हैं अलग- अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर. इसी को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है और इन मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की है.


महाराष्‍ट्र में भी दूसरे राज्‍यों से आए हजारों मजदूर फंसे हुए हैं. अब मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इन प्रवासी मजदूरों को उनके मूल स्थान स्‍पेशल ट्रेनों के जरिये भेजने के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है. पत्र में सीएम ठाकरे ने पीएम मोदी से मांग की है कि इस संबंध में अप्रैल के अंत तक केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी की जाएं.


उद्धव ठाकरे ने कहा कि करीब 6 लाख प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार की तरफ से बनाए गए राहत शिविरों में खाना, दवाई रहने की सुविधाएं दी जा रही हैं. हालांकि, ऐसे वक्त में उनका अपने घरों और परिवारों से दूर रहना उनके लिए काफी मुश्किल हो रहा है.


इससे पहले उद्धव ठाकरे ने कहा था कि राज्य सरकार ने मुंबई और पुणे क्षेत्रों के लिए लॉकडाउन से रियायत और छूट के फैसले को रद्द कर दिया है क्योंकि लोग जिम्मेदारी से व्यवहार नहीं कर रहे हैं. राज्य के बाकी हिस्सों में आंशिक छूट जारी रहेगी.


महाराष्ट्र में अब तक कुल 232 लोगों की मौत हो चुकी है. आज 150 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. राज्य में इलाज से ठीक होने वाले लोगों की संख्या अब 722 हो गई है. बीएमसी ने बताया कि मंगलवार को मुंबई के धारावी में 12 नए मामले सामने आए हैं और एक की मौत हुई है. इस इलाके में कोरोना वायरस के केस की संख्या बढ़कर 179 हो गई है जिसमें 12 मौत भी शामिल हैं.